Barbigha:-बिहार में घूसखोर और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ बिहार सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति लगातार जारी है.इसी कड़ी में शेखपुरा जिले के नगर परिषद बरबीघा के कार्यपालक पदाधिकारी रहे विजय कुमार को भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्त पाए जाने के बाद बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने उन्हें सेवा से बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया है.बिहार मंत्रिमंडल की बैठक के बाद शुक्रवार को लिए गए इस निर्णय के बाद भ्रष्ट अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है.
गौरतलब हो कि स्पेशल विजलेंस यूनिट, पटना की टीम ने बरबीघा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. उन पर एक ठेकेदार से 48 हजार रुपये घूस लेने का आरोप लगा था. बताया जा रहा है कि विजय कुमार ने ठेकेदार शंभू कुमार से बिल क्लियरेंस के एवज में पैसे की उगाही कर रहे थे.गुप्त सूचना के आलोक में स्पेशल विजलेंस यूनिट की टीम ने पीसी एक्ट 1988 के सेक्शन सात के तहत यह कार्रवाई की थी. लंबी अदालती प्रक्रिया के बाद आखिरकार दोषी पाए जाने पर विजय कुमार को सेवा से बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया.
गौरतलब हो कि कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार को 18 जनवरी 2022 की सुबह नगर परिषद बरबीघा का कार्यालय खुलते ही निगरानी की टीम ने ठेकेदार शंभू सिंह से ₹48000 घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया था.जानकारी के मुताबिक उस समय ठेकेदार शंभू सिंह ने निगरानी के पास शिकायत दर्ज कराई थी कि कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार पूर्व के बकाया बिल का भुगतान करने के एवज में ₹48000 घुस मांग रहे हैं. निगरानी विभाग के अधिकारियों के प्रारंभिक जांच में यह बात सत्य पाई गई थी.
इसके बाद निगरानी विभाग के द्वारा ठेकेदार शम्भू सिंह से मिलकर रिश्वत देने का दिन और समय तय कर लिया गया. 18 जनवरी 2022 को जैसे ही शंभू सिंह रिश्वत का पैसा लेकर कार्यपालक पदाधिकारी के चेंबर में पहुंचे पीछे से तुरंत निगरानी विभाग के अधिकारियों ने दावा बोल दिया. कार्यपालक पदाधिकारी को ₹48000 घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था.निगरानी की टीम ने कार्यालय के बाद कार्यपालक पदाधिकारी के नगर क्षेत्र के परसोंबीघा मोहल्ला स्थित किराए के मकान में भी छापेमारी की थी.
निगरानी को टीम को वहां से तो कुछ विशेष बरामद तो नहीं हुआ लेकिन एक लाल डायरी हाथ लग गई थी. जिसमें करोड़ों के लेनदेन का हिसाब किताब लिखा हुआ था. पकड़े गए कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार के खिलाफ लंबी कानूनी प्रक्रिया चलने के बाद आखिरकार बिहार मंत्रिमंडल की बैठक में सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ बी राजेन्द्र ने उन्हें सेवा से बर्खास्त करने का फरमान जारी कर दिया है.बिहार सरकार के इस कार्रवाई से एक बार फिर भ्रस्ट अधिकारियों में हड़कंप मच गया है.