बरबीघा में हुए साइबर अपराध का जानिए पूरा सच..अनजाने में साइबर अपराधियों से मंगा लिया खाते पर पैसा गुजरात पुलिस ने पिता-पुत्र सहित तीन को किया गिरफ्तार

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Barbigha:-अनजाने में साइबर अपराधियों के खाते से अपने खाते पर रुपया मंगाना एक सीएसपी संचालक के लिए गले की फांस बन गया.मामले में मंगलवार की संध्या गुजरात से पहुंची पुलिस ने सीएसपी संचालक उसके भाई और पुत्र को गिरफ्तार कर लिया.गिरफ्तार लोगों की पहचान सकलदेव नगर मोहल्ला निवासी धीरज प्रकाश, अनुराग आनंद और गौरव कुमार के रूप में की गई है.मामले को लेकर गुजरात से बरबीघा पहुंचे सब इंस्पेक्टर पृथ्वीराज ने बताया कि दो महीने पहले गुजरात के वोपल थाना में एक सेवानिवृत्त शिक्षक के द्वारा 68 लाख रुपये की ठगी करने का मामला दर्ज कराया गया था. शिक्षक 31 दिसंबर 2022 को सेवानिवृत्त हुए थे.

रिटायरमेंट के बाद शातिर साइबर अपराधियों ने शिक्षक के मोबाइल में एनीडेस्क एप्लीकेशन इंस्टॉल करवाते हुए उनके खाते से सारे पैसे गायब कर दिए थे.उसी ठगी किए गए लाखों रुपए में से लगभग पांच लाख रुपया धीरज प्रकाश, उनके भाई और बेटे के खाते में अलग-अलग तिथि में मंगाए गए थे.साइबर ठगी का रुपया खाते पर मंगाने के जुर्म में गुजरात पुलिस तीनों को गिरफ्तार कर बुधवार को गुजरात लेकर चली गई.उधर पूरे मामले पर पकड़े गए धीरज प्रकाश का कहना है कि हम लोग सिर्फ सीएसपी संचालन का काम करते हैं.



मूल रूप से पटना जिला के घोसवारी थाना क्षेत्र अंतर्गत दौलतपुर गांव निवासी विनोद चौधरी के पुत्र संदीप चौधरी के कहने पर यह पैसा अपने खाते पर लगाया था.संदीप चौधरी वर्तमान में बरबीघा नगर क्षेत्र के नारायणपुर मोहल्ला में मकान बनाकर रहता है.उन्होंने बताया कि सबसे पहले जनवरी महीने में वह मेरे दुकान पर आया और इमरजेंसी होने की बात कह मेरे खाते पर पैसा मंगाया था.

संदीप चौधरी द्वारा इकरार किया गया पत्र

जब संदीप चौधरी द्वारा एक फरवरी को पुनः पैसा मंगाया गया तब धीरज प्रकाश के खाते को बैंक ने सीज कर दिया.इसके बाद धीरज प्रकाश ने साइबर अपराधी होने की आशंका में संदीप चौधरी को घर से पकड़कर दुकान पर लाया और पूछताछ किया. पूछताछ के क्रम में उसने बताया कि गुजरात में रहने वाले अपने दोस्त धरणीधर पाती और शिव कुमार साहू के खाते से धीरज प्रकाश के खाते पर पैसा मंगाया था. उस समय धीरज प्रकाश ने इस बात की सूचना स्थानीय थाना को भी दिया था.लेकिन संदीप चौधरी पर किसी प्रकार का कोई प्राथमिकी नहीं होने की वजह से पुलिस ने कार्यवाई नहीं किया था.

संदीप चौधरी ने लिखित रूप से पैसों के लेन-देन में धीरज प्रकाश की संलिप्तता नहीं होने का बयान भी दिया था. इसके बावजूद गुजरात पुलिस सभी को उठाकर गुजरात ले कर चली गई. सब इंस्पेक्टर पृथ्वीराज ने बताया कि कोर्ट में जो भी फ़ैसला होगा उसके अनुसार पुलिस कार्रवाई करेगी

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