बिहार में कैसे होगा निष्पक्ष प्रतियोगिता परीक्षा..ऐसे ऐसे सेटिंग बाज हैं कि सरकार के भी उड़ा देते हैं होश.शेखपुरा में SP ने तीन को पकड़ा तो हुआ बड़ा खुलासा

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Sheikhpura:-शेखपुरा जिले में बिहार केंद्रीय चयन परिषद के द्वारा आयोजित मध्य निषेध सिपाही परीक्षा में प्रतियोगी परीक्षार्थियों से मोटी रकम लेकर वॉकी टॉकी और ब्लूटूथ संयंत्र के माध्यम से नकल कराने वाले गिरोह का उद्भेदन करने में पुलिस को सफलता मिली है. इस संबंध में सोमवार को दोपहर बाद एसपी कार्तिकेय शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर बताया कि गुप्त रूप से सूचना मिली कि जिले के संस्कार पब्लिक स्कूल केंद्र पर वॉकी टॉकी संयंत्र के माध्यम से परीक्षा में भाग ले रहे एक परीक्षार्थी को नकल कराया जा रहा था.

इसी में जब उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया तो वह भागने लगा. पुलिस ने उसको पकड़ लिया. पकड़े गए युवक की पहचान नवादा जिला के बहेरा अंतर्गत रामअवतार महतो के पुत्र 24 वर्षीय अमर कुमार के रूप में की गई. उसकी तलाशी ली गई तो पैंट के जेब से एक वॉकी टॉकी और मोबाइल के साथ अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए.



उसके निशानदेही पर पुलिस परीक्षा दे रहे एक परीक्षार्थी शंकर कुमार को पकड़ने का प्रयास किया तो वह भागने लगा. जिसे सशस्त्र बल के सहयोग से पकड़ लिया गया. उसकी पहचान शेखोपुरसराय थाना क्षेत्र के रहिचा गांव निवासी श्रवण प्रसाद के 21 वर्षीय पुत्र शंकर कुमार के रूप में की गई. उससे पूछताछ में कई खुलासे हुए.उसने टीशर्ट में गुप्त रूप से पैकेट बनाकर ब्लूटूथ डिवाइस छुपा कर रखा हुआ था. तलाशी में सभी चीज को बरामद किया गया.

दोनों की निशानदेही पर एक अन्य सेटिंग बाज सुजीत कुमार के घर में भी छापेमारी की गई. उसकी पहचान नवादा जिला थाना नारदीगंज के बहुआरा गांव निवासी महेंद्र प्रसाद के पुत्र सुजीत कुमार के रूप में की गई. सुजीत कुमार के घर से रेलवे परीक्षा, सिपाही भर्ती परीक्षा सहित विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं के कई एडमिट कार्ड बरामद किये गए. 35 हजार रूपए नगद राशि की भी बरामद की हुई है.

उसके मोबाइल को भी जब्त किया गया. Sp ने उन्होंने बताया कि सुजीत कुमार बिहार पुलिस का सिपाही है. जो गया जिला में पदस्थापित है. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार परीक्षार्थी से परीक्षा में उत्तीर्ण करवाने हेतु 6 लाख रुपए में डील हुआ था. जिसमे फिलहाल 30 हजार रूपए जमा लिए गए थे. शेष राशि नौकरी लगने पर लेने की बात तय हुई थी. मोबाइल की छानबीन में पता चला कि सुजीत कुमार के द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से लोगों को परीक्षा पास कराने के जाल में फंसाया जाता था.पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

 

 

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