शेखोपुर से अमित की रिपोर्ट:-शेखोपुरसराय प्रखंड के ई-किसान भवन में कृषि समन्वयक के द्वारा बीज वितरण में जमकर मनमानी की जा रही है. इस सम्बन्ध में बीज लेने पहुंचे किसान बृजनंदन सिंह, पुरुषोत्तम कुमार, कुंदन कुमार, मनोज महतों, बिपिन कुमार, अमरेन्द्र कुमार सहित दर्जनों किसानों ने बताया की ई-किसान भवन में मक्का तथा अरहर का बीज कृषि समन्वयक के द्वारा वितरण कराया जा रहा है.
बीज वितरण में जमकर धांधली भी किया जा रहा है. दरअसल जरूरतमंद किसानों को बीज नहीं मिल रहा.किसानों ने बताया कि उनका OTP भी स्वीकृत नहीं हो रहा वही समन्वयक के द्वारा अपने नजदीकी और चहेते आदमियों को इकट्ठा मनमाने तरीके से बीज दिया जा रहा है. कृषि कर्मियों की मनमानी से अजीज आकर मोहब्बतपुर पंचायत के दर्जनों ग्रामीणों ने मुखिया को आवेदन देकर मदद की गुहार लगाई.मामले को लेकर पंचायत के मुखिया राजीव कुमार ने बताया कि चंद पैसों की लालच में इस तरह का खेल कृषि विभाग द्वारा खेला जा रहा है.
इस समस्या पर मैंने ख़ुद कृषि समन्वयक से बात किया परन्तु उन्होंने कोई संतोषप्रद जबाब नही दिया. मामले को लेकर मैं मैंने तत्काल जिला पदाधिकारी को पत्र के माध्यम से सूचना देकर इस संबंध में उचित कार्रवाई का मांग किया है.उन्होंने आरोप लगाया की कृषि समन्वयक के द्वारा क्षेत्र में अपने दलाल को रखकर किसानों को सरकारी लाभ से वंचित करने का काम किया जा रहा है. विदित हो भारतीय कृषि प्रणाली का मूल स्तंभ किसानों के बीजों की विविधता और गुणवत्ता में होता है.कृषि समन्वयक उन्हें सही समय पर और उचित दरों पर वितरित करके उनकी उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. लेकिन दलालों के चंगुल में फंस कर कृषि कर्ममी किसानो की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने में लगे हुए हैं.
सेवाओं का डिजिटलाइजेशन माध्यम को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से की गई थी. इसमें कृषि समन्वयकों को भी एक महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है.जिन्हें बीज वितरण के काम में शामिल किया गया है. परन्तु शेखोपुर सराय ई-किसान भवन में कार्यरत कृषि समन्यवयक दो पैसे के चाहत में सफ़ल और सजग किसानों को बीज मुहैया नहीं होने दे रहें. मुख्य जिलाधिकारी से संबंध में कार्यवाई की मांग की है