जागरण के साथ श्रावणी महोत्सव का हुआ समापन..इस वर्ष पंचबदन स्थान में लगभग तीन लाख लोगों ने चढ़ाया जल

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Barbigha:-जिले के प्रसिद्ध शिव मंदिरों में से एक बाबा पंचबदन स्थान कुसेढी में गुरुवार को जागरण के साथ श्रावणी महोत्सव का समापन हो गया. सावन पूर्णिमा के दिन आयोजित इस महोत्सव का उद्घाटन डीएसपी अरविंद कुमार, बरबीघा प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित कुमार अंचलाधिकारी भुनेश्वर यादव मंदिर समिति के अध्यक्ष कार्यानंद सिंह आदि के द्वारा दीप जलाकर किया गया.कार्यक्रम में पधारे सभी आगत अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष द्वारा अंग वस्त्र देकर किया गया.

इस अवसर पर डीएसपी अरविंद कुमार ने कहा की मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में भगवान शिव पृथ्वी पर अवतरित होकर अपने ससुराल गए थे. इसलिए महादेव की पूजा अर्चना के दृष्टिकोण से सावन का महीना सबसे पवित्र महीना माना जाता है.मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि आज मुझे भी पंचबदन स्थान में स्थापित पांच मुख वाले शिवलिंग के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ.मैं भगवान भोलेनाथ से समस्त जिले वासियों की कल्याण की कामना करता हूं.वही प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित कुमार ने कहा सावन महीने में हुए समुद्र मंथन के समय भगवान शिव ने हलाहल विष को पिया था. इस वजह से महादेव का कंठ नीला पड़ गया था.



तब से इसके प्रभाव को कम करने के लिए देवी देवताओं ने शिव जी को जल अर्पित करना शुरू किया.इसलिए सावन के महीने में शिवलिंग पर जलाभिषेक का विशेष महत्व भी माना जाता है.आज मुझे भी मंदिर में जाकर जल अर्पण करने सौभाग्य प्राप्त हुआ.इसके लिए मैं समिति के सदस्यों का आभारी रहूंगा. मौके पर उपस्थित तमाम पदाधिकारी ने मंदिर के विकास में हर संभव सहयोग का भरोसा भी दिया. गौरतलब हो कि बरसों पूर्व खुदाई के दौरान निकले पांच मुख वाले शिवलिंग की महिमा जिला ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्र में भी फैली हुई है.ऐसा माना जाता है कि सच्चे मन से यहां मन्नत मांगने वाले की मन्नतें भी पूरी होती है. मंदिर समिति के अध्यक्ष कार्यानंद सिंह ने बताया कि इस बार दो महीने का सावन होने के कारण लगभग तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया.खासकर सोमवार को मंदिर में काफी भीड़ देखने को मिली.

जिला ही नहीं बल्कि आसपास के अन्य क्षेत्रों से भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस बार भगवान भोलेनाथ पर जल अर्पण करने के लिए पहुंचे थे.मंदिर आने वाले तमाम श्रद्धालुओं की देखभाल मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा पूरी तत्परता से की गई. सावन पूर्णिमा के दिन प्रत्येक साल की भांति इस बार भी सावन महोत्सव का आयोजन किया गया.सुबह 10:00 बजे से संध्या 6:00 बजे तक चलने वाले इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने जागरण का भी आनंद उठाया. पूर्णिमा के दिन भी मंदिर में दिनभर मेले जैसा माहौल बना रहा. सुरक्षा के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती भी की गई थी.उद्घाटन के बाद क्षेत्रीय गायक अनुपम कुमार के भक्ति गानों पर लोग झूमते रहे. शाम 6:00 के बाद श्रावणी महोत्सव का विधिपूर्वक समापन किया गया

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