Sheikhpura:- सर्दी बुखार से पीड़ित नवजात बच्ची का निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान गलत दवाई दे देने से मौत हो जाने का मामला सामने आया है.इस मामले में पूरी तरह से निजी अस्पताल के लापरवाही सामने आई है. इस पूरी घटना में बच्ची की मौत हो गई.घटना के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है.मृतक बच्ची की पहचान हुसैनाबाद गांव के निवासी मोहम्मद इरशाद खान के बच्ची के रूप में हुई है.
परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि बच्ची को सर्दी खांसी की समस्या थी, जिसके बाद गांव के ही एक व्यक्ति ने कचहरी के समीप संचालित शिशु मंगल क्लीनिक में ले जाने को कहा. वे लोग शिशु मंगल क्लिनिक चले गए जहां इलाज के क्रम में कुछ दवाई और इंजेक्शन दिया गया. पहले तो बच्ची के स्वास्थ्य में थोड़ा सुधार हुआ. उसके बाद बीती रात्रि उसकी तबीयत फिर बिगड़ने लगी और उसे सांस की समस्या होने लगी.जब उन्होंने इसकी शिकायत चिकित्सक से की तो उन्होंने किसी अन्य चिकित्सक से एक एंटीबायोटिक इंजेक्शन लेने को कहा.इंजेक्शन देने के कुछ देर बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे सांस लेने में समस्या होने लगी.
आनन फनान में परिजन शनिवार को उसे वापस शिशु मंगल क्लिनिक लेकर गए जहां, चिकित्सकों ने उसे देखने से इनकार कर दिया और उसे सदर अस्पताल भेज दिया. सदर अस्पताल में आने के क्रम में बच्ची की मौत हो गई.घटना के बाद परिजनों का रो रो का बुरा हाल है.परिजनों ने निजी क्लीनिक पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
झोलाछाप चिकित्सक के फेर में चली गई बच्चे की जान pic.twitter.com/jvHyyZkQP4
— Sheikhpura Live (@LiveSheikhpura) September 23, 2023
बता दे इससे पहले भी बहुत सारे इस तरीके की घटना घटित हुई है, जहां निजी क्लीनिक में कई बच्चों की जान जा चुकी है.वही इस तरफ अधिकारियों के द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है. जिस कारण ऐसे क्लिनिक को का मनोबल बढ़ता जा रहा है. वह इस पूरे मामले में जिला स्वास्थ्य विभाग का भी लापरवाही सामने आया है. दरअसल इस तरह के कई छोटे-मोटे निजी क्लीनिक कुकुरमुत्ता की तरह जिले में संचालित हो रहे हैं. लेकिन स्वास्थ्य विभाग ऐसे क्लिनिको पर लगाम लगाने में पूरी तरह से विफल साबित हो रही है. लोगों ने दबी जुबान यह भी कहना शुरू कर दिया है कि स्वास्थ्य विभाग की भी ऐसे निजी क्लीनिक संचालकों से मिली भगत रहती है.