Barbigha:-पांच दिनों तक चलने वाले बरबीघा के प्रसिद्ध विष्णु धाम महोत्सव का गुरुवार से शुभारंभ हो गया. महोत्सव का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में पधारे ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार और विधान परिषद सदस्य सह जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार द्वारा दीप प्रचलित कर किया गया.मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में जाने-माने चिकित्सक डॉक्टर श्याम नारायण, तथा डॉक्टर मंजू भदानी, इंडिया लिमिटेड के डायरेक्टर रविंदरंजन कुमार उर्फ मुन्ना, वीडियो अमित कुमार शामिल हुए. चुनावी कार्य में व्यस्तता को लेकर डीएम जे प्रियदर्शनी और पुलिस कप्तान कार्तिकेय शर्मा के साथ-साथ जिले के कई बड़े पदाधिकारी उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हो सके.
उद्घाटन के बाद मुख्य अतिथि के साथ-साथ सभी विशिष्ट तिथि को आयोजन समिति के अध्यक्ष जनार्दन सिंह तथा पूर्व मुखिया पंकज सिंह,उप मुखिया चमन सिंह, उपाध्यक्ष विनय सिंह, मेला समिति के कोषाध्यक्ष बवन सिंह के द्वारा अंग वस्त्र और भगवान विष्णु के मूर्ति का प्रतीक चिन्ह देखकर सम्मानित किया गया.मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए विष्णु धाम न्याय समिति के अध्यक्ष डॉ कृष्ण मुरारी प्रसाद सिंह ने कहा कि 15 वर्ष पहले जी मंदिर को बनाने की नींव रखी गई थी आज वह लगभग जीवंत रूप ले चुका है. इस मंदिर निर्माण में सभी दानदाताओं का बहुत बड़ा सहयोग है.
खासकर उन्होंने रवि रंजन कुमार उर्फ मुन्ना का प्रशंसा करते हुए कहा कि अब तक लगभग 18 लाख रुपए मूल्य का छड़ दान में दिया है. वही बिहार शरीफ के जाने-माने चिकित्सक डॉक्टर श्याम नारायण भी वर्ष 2016 से ही ₹5000 प्रति महीने मंदिर को दान दे रहे हैं.डॉ कृष्ण मुरारी प्रसाद सिंह ने कहा कि इस तरह के अनगिनत दानदाता है जो मंदिर निर्माण में बढ़-चढ़कर पिछले कई वर्षों से अपना सहयोग देते आ रहे हैं.उन्होंने मंत्री सरवन कुमार और एमएलसी नीरज कुमार से सामस विष्णु धाम को पर्यटन के रूप में विकसित करने में सहयोग करने का अपील किया. उन्होंने बताया कि वर्ष 2009 में ही माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यहां पधारे थे, और मंदिर समिति को पर्यटन के रूप में विकसित करने का वादा किया था.
वही अपने संबोधन में मुख्य अतिथि नीरज कुमार ने कहा कि सरकार बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.सामस विष्णु धाम में भगवान विष्णु की अलौकिक प्रतिमा है. स्थानिक मुद्रा में देश की सबसे बड़ी मूर्ति में शुमार भगवान विष्णु के इस धाम को पर्यटन के रूप में विकसित करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा.मंत्री सरवन कुमार ने कहा आज मुझे इस पावन धरती पर आकर काफी सुखद अनुभूति हो रही है. मैं भगवान विष्णु को साक्षी मानकर इस स्थल को पर्यटन के रूप में विकसित करवाने का हर संभव प्रयास करने का वादा करता हूं.
बताते चलें कि जुलाई 1992 में गांव में स्थित तालाब खुदाई के दौरान पलकालीन भगवान विष्णु की स्थानिक मुद्रा में देश की सबसे बड़ी मूर्ति निकली थी.मूर्ति निकलने के बाद यहां देश प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी के तर्ज पर मंदिर बनाने का प्रयास लगातार जारी है. यही नहीं विष्णु धाम मंदिर लोगों के बीच आस्था का केंद्र बन चुका है.यही नहीं बिहार सरकार ने विष्णु धाम मंदिर को पर्यटन के रूप में विकसित करने का भी पहल शुरू कर दिया है. बिहार राज्य के कोने-कोने से लोग यहां पूजा अर्चना करने के लिए पहुंच रहे हैं.महोत्सव के दौरान पांच दिनों तक पूरे विधि विधान के साथ भगवान विष्णु का पूजा किया जाएगा. यही नहीं यहां महोत्सव के दौरान भव्य मेला का भी आयोजन किया जाता है. इस बार भी मेला में कई तरह की छोटी बड़ी दुकानों के अलावा मीना बाजार और विभिन्न तरह का झुलुआ लगाया गया है.
महोत्सव को सफल बनाने में स्थानीय ग्रामीण भी काफी सक्रिय भूमि का निभाते हैं दूर दराज से मेला देखने आने वाले लोगों का सुरक्षा का भी काफी ख्याल रखा जाता है.यहां देश के प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी के मंदिर के जैसा ही फेमस में भव्य विष्णु धाम मंदिर बनाने को लेकर लगातार प्रयास जारी है.
सामस में स्थित भगवान विष्णु के प्रतिमा के चार हाथों में क्रमशः शंख, चक्र, गदा तथा पद्यम स्थित है. मंदिर समिति से जुड़े लोगों ने बताया कि प्रतिमा के ऊपर देवनागरी लिपि में अभिलेख “ॐ उत्कीर्ण सूत्रधारसितदेवः” लिखा हुआ है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की लिपि उत्तर भारत में नौवीं सदी के बाद देखने को मिलती है.मौके पर संजीव सिंह,भागवत रविदास,गुलशन सिंह,कुमार गौरव सहित अन्य लोग उपस्थित रहे.