Sheikhpura:-शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के. पाठक एक दिवसीय निरीक्षण कार्यक्रम के तहत शेखपुरा पहुंचे। जहां शेखपुरा पहुंचने पर जिलाधिकारी जे. प्रियदर्शनी, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, ओमप्रकाश सिंह सहित अन्य पदाधिकारी ने उनका स्वागत किया। शेखपुरा – आढा मुख्य सड़क मार्ग से नवादा जिला के बाद सीधे शेखपुरा पहुंचे। जहां उन्होंने रास्ते में पड़ने वाले कई विद्यालयों का निरीक्षण किया। जहां बच्चों की उपस्थिति देख गदगद हुए। साथ ही शिक्षक को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की सलाह दी।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डायट भवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उनके साथ जिलाधिकारी जे. प्रियदर्शनी, एसडीम, डायट के प्राचार्य, जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित बीएससी पास बड़ी संख्या में नवनियुक्त शिक्षक व अन्य लोग मौजूद रहे। दीप प्रज्वलित कर उन्होंने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उसके बाद उन्होंने नए शिक्षकों को संबोधित करते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बच्चों को देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा बीएससी बहुत ही कम समय में इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों की भर्ती कर जॉइनिंग तक दे चुकी है, ऐसे में शिक्षकों का दायित्व बनता है कि वे भी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें। शिक्षक अगर सही समय पर विद्यालय पहुंचेंगे तो बच्चे भी सही समय पर विद्यालय पहुंचेंगे।
आज देर शाम तक बच्चों की उपस्थिति विद्यालय में रहती है जिस कारण अब माता-पिता भी बच्चों को कोचिंग भेजने की बजाय विद्यालय भेजना के लिए प्रेरित हो रहे हैं। उन्होंने सभी शिक्षकों को विद्यालय के आसपास ही रूम लेकर रहने की सलाह दी। इसके साथ ही खुद वाहन चला कर विद्यालय तक पहुंचाने का प्रयास करने का भी आवाहन किया। उन्होंने कहा बिहार सरकार शिक्षा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बदलाव कर रही है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बच्चों को उपलब्ध हो इसके लिए शिक्षक का गुणवत्ता पूर्ण होना काफी जरूरी है। इस मौके पर मौजूद नव नियुक्त शिक्षक ने उनके कई सवालों का जोश पूर्ण जवाब दिया।
अपर मुख्य सचिव के.के पाठक आढ़ा के रास्ते शेखपुरा जिला में प्रवेश किया। जिसके बाद उन्होंने मुख्य सड़क मार्ग पर स्थित मध्य विद्यालय अरियरी, चोढ़दरगाह, हुसैनाबाद, अभ्यास मध्य विद्यालय, जिला शिक्षा एवम प्रशिक्षण संस्थान डायट भवन एवं अन्य संस्थाओं का निरीक्षण किया। हालांकि उनके पहुंचने में काफी विलंब हो गया। जिले में दी जाने वाली व्यवस्थाओं से वे काफी खुश हुए और इसमें व्यापक सुधार लाने का भी निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने अधिकारियों से लगातार अलग-अलग विद्यालयों में निरीक्षण करने का निर्देश दिया।