Shekhopur:-बरबीघा के बाद शेखोपुर सराय के प्रखंड प्रमुख के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव चर्चा का विषय बना हुआ है.हालांकि माना जा रहा कि पांची के पंचायत समिति सदस्य तथा प्रखंड प्रमुख रिहाई पासवान की पत्नी सोनी कुमारी के खिलाफ लाया गया विश्वास प्रस्ताव खारिज हो जाएगा.कुल 6 में से 2 पंचायत समिति सदस्यों ने हस्ताक्षर युक्त आवेदन प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंप कर अविश्वास प्रस्ताव लाने की लिए बैठक आयोजित करवाने का आग्रह किया है.
अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर प्रमुख कार्यानंद राम और किरण देवी का है.विरोधी खेमे में पंचायत समिति सदस्य रश्मि पटेल के होने की भी चर्चाएं हो रही है. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 30 जनवरी का तिथि तय किया गया है.पक्ष और विपक्ष एक दूसरे को सह और मात देने के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति में जुटे हुए हैं.आवेदन में आरोप लगाया गया है कि प्रखंड प्रमुख मनमानी तरीके से कार्य कर रहे हैं.प्रखंड प्रमुख पर समय पर बैठक आयोजित नहीं करने के कारण विकास कार्य में बाधा पहुंचाने, विभिन्न मद से खर्च की गई राशि का लेखा अन्य पंचायत समिति सदस्यों को उपयोग नहीं करवाने, प्रखंड कार्यालय नियमित रूप से नहीं आने संबंधी अन्य आरोप लगाए गए हैं.
वही प्रखंड प्रमुख सोनी कुमारी का कहना है कि विरोधी खेमा की मनमानी प्रखंड कार्यालय में नहीं चल रही जिस वजह से उनके ऊपर इस तरह का आरोप लगाकर उन्हें कुर्सी से हटाने का प्रयास किया जा रहा है.वहीं जानकारों की माने तो प्रखंड प्रमुख की कुर्सी पर बने रहने के लिए सोनी कुमारी को खुद के अलावा दो अन्य पंचायत समिति सदस्यों का समर्थन प्राप्त होना चाहिए. जबकि विपक्षी को उन्हें हटाने के लिए चार पंचायत समिति सदस्यों का साथ होना चाहिए.
राजनीतिक दृष्टि कौन से देखा जाए तो विरोधी खेमे को चार पंचायत समिति सदस्यों का साथ मिलना मुश्किल होता नजर आ रहा है. हालांकि तोड़ जोड़ की राजनीति में कब क्या हो जाए कहना मुश्किल है. फिलहाल पंचायत समिति सदस्यों को अपने-अपने खेमे में लेने के लिए प्रमुख और उप प्रमुख सभी तरह के तिकड़म आजमा रहे हैं.