Barbigha:-बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा 2024 में बरबीघा के रहने वाली प्रिया कुमारी ने कॉमर्स संकाय में स्टेट टॉपर करके जिले को गौरवान्वित किया है.प्रिया ने यह सफलता विपरीत परिस्थितियों से लड़कर हासिल किया है. परीक्षा से कुछ दिन पहले दोनों पैर जलने के बाद व्हीलचेयर पर परीक्षा देने वाली प्रिया ने 478(95.6%) अंक हासिल किया है. प्रिया दो बहनों में सबसे छोटी है. नगर परिषद बरबीघा क्षेत्र के छोटी संगत में रहने वाली प्रिया के पिता महेश छापड़िया बाजार में एक किराने की दुकान चलाते हैं जबकि मां अर्चना छापड़िया एक कुशल गृहणी है.
प्रिया आगे चलकर बैंकिंग सेक्टर में एक बड़ा अधिकारी बनने का ख्वाब पाले हुए हुए हैं. उसकी बड़ी बहन खुशी छापड़िया भी चार्टर्ड अकाउंटेंट की तैयारी कर रही है. प्रिया कुमारी की प्रारंभिक पढ़ाई लिखाई बरबीघा के मिशन चौक पर स्थित राजराजेश्वर उच्च विद्यालय से हुई थी.यहां से आठवीं तक की पढ़ाई करने के बाद उसने बरबीघा के ही तैलिक बालिका उच्च विद्यालय से मैट्रिक पास किया था. मैट्रिक की परीक्षा में भी प्रिया कुमारी जिला टॉपर रही थी. जिला टॉपर रहने के साथ-साथ उसने पूरे बिहार में 11वां स्थान प्राप्त किया था.
प्रिया कुमारी के स्टेट टॉपर करने के बाद बधाई देने वालों का भी ताता लगा हुआ है. नगर परिषद के पूर्व नगर अध्यक्ष अजय कुमार श्रवण छापड़िया, संतोष कुमार शंकु राजीव कुमार उर्फ रजनू सेठ, डॉ आनंद कुमार,सिकंदर कुमार नगर सभा प्रत्याशी सुबोध कुमार सहित बाजार के कई लोगों ने प्रिया को घर पहुंच मिठाई खिलाकर बधाई दिया.
परीक्षा से पांच पहले जल गया था पैर
प्रिया ने बताया कि परीक्षा शुरू होने से पांच दिन पहले बाथरूम में नहाने के लिए रखा गया गर्म पानी उसके शरीर पर गिर गया था.इस घटना में उसका दोनों पैर गंभीर रूप से जल गया था. इसके बावजूद भी प्रिया ने अपने हौसले को टूटने नहीं दिया और व्हीलचेयर पर बैठकर परीक्षा देकर भी स्टेट टॉप कर गई. प्रिया को इस मंजिल तक पहुंचने में उसके माता-पिता और चचेरे भाई का काफी सहयोग रहा.
बेटा नहीं होने के लिए माता-पिता को मिलता था ताना
बेटी की सफलता से उत्साहित प्रिया की मां अर्चना छापड़िया ने बताया की शुरुआत में पुत्र नहीं होने के कारण आसपास के लोग काफी ताने दिया करते थे.लेकिन उसकी बेटी ने आज स्टेट टॉप करके यह बता दिया की बेटियां किसी भी मायनो में बेटों से काम नहीं है. प्रिया की सफलता के बाद पीठ पीछे बुराई करने वाले लोग भी आज उसकी प्रशंसा कर रहे हैं.प्रिया ने अपनी सफलता का राज बताते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में आज भी फेसबुक इंस्टाग्राम ट्विटर व्हाट्सएप्प आदि जैसे सोशल मीडिया से काफी दूर है.
मोबाइल का इस्तेमाल वह सिर्फ ऑनलाइन पढ़ाई के लिए क्या करती थी. कमरे में बंद होकर करीब 20 घंटे तक गहन अध्ययन करती थी. पढ़ाई के दौरान सिर्फ मां जब खाना खाने के लिए बुलाती थी तभी वह अपने कमरे से बाहर आती थी.प्रिया ने बताया मैट्रिक में टॉपर बनने के बाद और बेहतर करने की प्रेरणा मिली थी. आज प्रिया की मेहनत ने रंग दिखाया और वह स्टेट टॉपर बन गई.
बेटियों को शिक्षित करने के लिए लोगो को किया प्रेरित
इंटरमीडिएट के कॉमर्स संकाय में टॉप करने वाली प्रिया ने कहां की अगर लोग अपनी बेटियों को भी विश्वास के साथ आगे बढ़ने का मौका दें तो बच्चे सफलता का परचम लहरा कर उनका सर गर्व से ऊंचा कर सकती है. इसके अलावा उन्होंने छात्र-छात्राओं को सोशल मीडिया से दूर रहकर अपने लक्ष्य पर फोकस करते हुए पढ़ाई करने की बात कही.