Munger:-मुंगेर जिले के यातायात थाना में पदस्थापित भोजपुर जिले के बड़हरा थाना स्थित चातर गांव निवासी दरोगा ददन प्रसाद सिंह की हिट वेब की चपेट में आने से गुरुवार की देर रात इलाज के क्रम में एक निजी अस्पताल में मौत हो गई. बताया जाता है कि गुरुवार की दोपहर ड्यूटी के दौरान दरोगा ददन प्रसाद सिंह की तबीयत बिगड़ने लगी थी. इसके बाद उन्होंने ड्राइवर से पुलिस लाइन स्थित अपने बैरक में पहुंचाने के लिए कहा.पुलिस लाइन पहुंच उन्होंने पानी व ओआरएस का घोल पिया तथा लघुशंका के गए.
वहां से लौटते समय अचानक चक्कर खाकर गिरे व बेहोश हो गए। इसके बाद पुलिस लाइन के जवानों की मदद से उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से उन्हीं के मोबाइल से पुलिस के जवानों ने उनके पुत्र को फोन किया कि उनके पिता की तबीयत खराब है, वे लोग जल्दी मुंगेर पहुंचे। इस क्रम में सदर अस्पताल में स्थित नाजुक होने पर उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई।
शुक्रवार की सुबह पोस्टमार्टम के बाद उनके शब को पुलिस लाइन लाया गया। जहां एसपी सैयद इमरान मसूद ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित किया। इसके बाद परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया गया तथा पुलिस के वाहन से भोजपुर के लिए रवाना कर दिया गया। इधर पति की मौत के बाद मृतक दरोगा ददन प्रसाद सिंह की पत्नी कल्याणी देवी चित्कार मारकर रो रही थी तथा कह रही थी कि उनका दो माह से वेतन बंद था। जिसके कारण वह काफी डिप्रेशन में चल रहे थे।
हमें पैसा नहीं चाहिए। इस क्रम में ददन प्रसाद सिंह के बड़े पुत्र अंकुर प्रकाश ने बताया कि ईद के दिन उनके पिता ड्यूटी पर 17 मिनट विलंब से पहुंचे थे। इस कारण डीएसपी ट्रैफिक ने उनके पिता के खिलाफ एसपी को रिपोर्ट किया था। इसके बाद से उनके पिताजी का वेतन बंद कर दिया गया था। इस मामले को लेकर उनके पिता एसपी से भी मिले थे। तब एसपी साहब ने उन्हें अराइवल रिपोर्ट भिजवाने को कहा था, लेकिन डीएसपी ट्रैफिक अराइवल रिपोर्ट देने में अकारण विलंब कर रहे थे।
इसके कारण उनके पिता चिंतित चल रहे थे। अंकुर प्रकाश ने बताया कि उनके पिता का स्थानांतरण चुनाव से पूर्व मुंगेर हुआ था। वे शेखपुरा से मुंगेर आए थे। उनकी उम्र 59 वर्ष तीन माह थी। वे स्थानांतरण के समय च्वाइस पोस्टिंग के लिए आवेदन किए थे, लेकिन उन्हें च्वाइस पोस्टिंग नहीं मिली थी। नौ माह बाद वे सेवानिवृत होने वाले थे। मृतक दारोगा ददन प्रसाद से अपने पीछे अपनी पत्नी कल्याणी देवी व तीन पुत्र अतुल आनंद, अंकुर प्रकाश व अंकित शाहावादी को छोड़ गए हैं।
एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि दरोगा ददन प्रसाद सिंह यातायात थाना में पदस्थापित थे। गुरुवार को ड्यूटी के बाद उनकी तबीयत अचानक खराब हुई। उनके इलाज के लिए पूरा प्रयास किया गया लेकिन इलाज के क्रम में उनकी मृत्यु हो गई। अभी यह क्लियर नहीं है कि किस कारण से उनका मृत्यु हुई है। पहले से भी उनका तबीयत खराब रहने के कारण भी मृत्यु हुई हो सकती है.शोक सलामी के बाद उनके परिजनों को पार्थिव शरीर को सौंप दिया तथा पटना के लिए रवाना कर दिया गया।