Barbigha-एसकेआर कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ नवल प्रसाद बुधवार को सेवानिवृत हो गए.इस अवसर पर कॉलेज में डॉ नवल प्रसाद के सम्मान में एक भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया. समारोह की अध्यक्षता पाली के विभागाध्यक्ष डॉ वीरेंद्र पांडे ने किया.इस कार्यक्रम में एसकेआर कॉलेज बरबीघा के अलावा आर डी कॉलेज शेखपुरा सहित अन्य कॉलेज के कई वरिष्ठ प्रोफेसर भी विदाई समारोह में पहुंचे थे.
सभी लोगों ने बारी बारी से डॉक्टर नवल प्रसाद को पुष्प माला पहनाकर और उपहार देकर उन्हें भावभीनी विदाई दी. डॉ नवल प्रसाद बर्ष 1998 में एसकेआर कॉलेज में अर्थशास्त्र विभाग के विभाग अध्यक्ष के रूप में पद स्थापित हुए थे. वर्ष 2019 में उन्हें कॉलेज का प्रभारी प्राचार्य नियुक्त किया गया था. लगभग 5 वर्षों तक प्रभारी प्राचार्य का पद संभालने वाले डॉ नवल प्रसाद ने कॉलेज के विकास के लिए कई सारे बेहतरीन कार्य किये.उनके पहल पर ही कई वर्षों के बाद महाविद्यालय में एनसीसी और पीजी की पढ़ाई शुरू हो पाई.
तकनीकी रूप से विद्यार्थियों को शिक्षित करने के लिए कॉलेज में बीसीए की पढ़ाई की व्यवस्था भी उन्ही के द्वारा शुरू की गई थी.समारोह में पहुंचे आर डी कॉलेज के प्रोफेसर डॉ नवलता ने कहां कि डॉ नवल प्रसाद एक अच्छे प्रोफेसर होने के साथ-साथ कर्तव्यनिष्ठा और अनुशासन की प्रतिमूर्ति बने रहे.शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संतोष कुमार ने डॉक्टर नवल प्रसाद के कार्यकाल को महाविद्यालय का स्वर्णिम काल बताया.
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पधारे आर डी कॉलेज शेखपुरा के प्राचार्य डॉक्टर दिवाकर प्रसाद ने कहा कि एक शिक्षाविद, कुशल प्रशासक तथा बेहतरीन इंसान के रूप में डॉक्टर प्रसाद के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा. उनके द्वारा किया गया कार्य आने वाले प्राचार्य के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी. इस अवसर पर कॉलेज के नवनियुक्त प्राचार्य डॉक्टर राज मनोहर कुमार ने कहा कि महाविद्यालय को हमेशा डॉक्टर प्रसाद की जरूरत रहेगी.वे उनके अधूरे कार्य को पूरी ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा के साथ पूरा करते
रहेंगे.इस विदाई समारोह में पूरा कॉलेज परिवार भावुक हो उठा. अपने अंतिम संबोधन में डॉ नवल प्रसाद ने कहा कि उन्होंने हमेशा कॉलेज को सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास किया था.कॉलेज के सभी लोगों ने इन 25 वर्षों में जो प्यार और सम्मान दिया वह आगे भी मुझे एक नई ऊर्जा प्रदान करती रहेगी. विदाई समारोह के बाद बेहद ही भारी मन से वे अपने घर की ओर निकल पड़े