Barbigha:-विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश भर में चल रहे जीविका कैडर संघ का हड़ताल बरबीघा में भी लगातार जारी रहा.बरबीघा में गुरुवार को 11वें दिन विशाल एवं मार्गदर्शन जीविका संगठन से जुड़ी महिलाओं द्वारा प्रतिरोध मार्च निकाला गया.इस दौरान महिलाएं सरकार के खिलाफ नारेबाजी करती हुई देखी गई.इस संबंध में जीविका कैडर संघ के बरबीघा प्रखंड अध्यक्ष पहलाद कुमार ने बताया कि 10 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि जीविका परियोजना से जुड़ी महिलाओं ने महिला सशक्तिकरण की अलख जगाने के साथ-साथ गांव की तस्वीर और तकदीर बदलने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. केंद्र और राज्य सरकार द्वारा दिए गए दायित्व को पूरा करने में संगठन ने कोई कसर नहीं छोड़ा है. सामाजिक हो या आर्थिक सशक्तिकरण, वित्तीय साक्षरता, शराबबंदी, मानव श्रृंखला, मनरेगा सर्वेक्षण, वृक्षारोपण, दीदी की रसोई, नीरा उत्पादन, विद्यालय सर्वेक्षण, स्वच्छता अभियान सहित सभी कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी दिखाई है.
इसके बावजूद जीविका से जुड़ी महिलाओं का पारिश्रमिक बहुत कम होने की वजह से जीवकोपार्जन में काफी समस्याएं हो रही है.पाराश्रमिक बढ़ाने सहित अन्य मांगों को लेकर हड़ताल किया जा रहा है. जीविका संगठन से जुड़े लोगों में नारायण दास, सूरज कुमार, बैद्यनाथ कुमार, उर्मिला देवी, फूलों देवी, खुशबू कुमारी, सोनी कुमारी चंचला कुमारी आदि ने बताया मांग पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी.मांगो को लेकर बताया गया कि हम लोगों को एक निमित्त पत्र एवं पहचान पत्र मिले. सरकार 60 साल की नौकरी कम से कम तय करें.मानदेय नियमित और बैंक खाते में दिया जाए.
प्रखंड स्तर पर काम करने वाले कैडरों की मानदेय प्रतिमाह 18000 रुपए, संकुल स्तरीय संघ पर कार्य करने वाले लोगों को मानदेय 15000 रुपए, तथा ग्राम संगठन स्तर पर काम करने वाले को ₹13000 और स्वयं सहायता समूह स्तर पर काम करने वाले जीविका दीदीयों को ₹12000 प्रति माह मानदेय दिया जाए.मांग पूरी होने तक संगठन के अध्यक्ष, सचिव के साथ अन्य जीविका दीदीयों का हड़ताल अनिश्चितकालीन जारी रहेगा.