बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री को भारत रत्न देने की फिर उठी मांग… जयंती के अवसर पर पैतृक गांव से पटना तक निकाली जाएगी पटना पदयात्रा

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Barbigha:-आधुनिक बिहार के निर्माता तथा बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री रहे डॉक्टर श्री कृष्ण सिंह को भारत रत्न देने की एक बार फिर से मांग तेज हो गई है.इस बार बिहार केसरी को भारत रत्न देने की मांग इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने उठाई है.बिहार सरकार और केंद्र सरकार तक इस मांग को पहुंचाने के लिए आगामी 21 अक्टूबर को पदयात्रा भी निकाली जाएगी.

डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह के नेतृत्व में यह पदयात्रा बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री के जन्मस्थली बरबीघा के माउर गांव से लेकर पटना के राज भवन तक निकाली जाएगी. करीब एक सप्ताह तक चलने वाले इस पदयात्रा में क्षेत्रीय लोगों के साथ-साथ बिहार भर से बुद्धिजीवी और राजनीतिक लोगों की शामिल होने की संभावना है.गुरुवार को बरबीघा के दौरे पर पहुंचे डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने खुद एक दर्जन से अधिक गांव पहुंचकर लोगों को इस यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया.



शाम में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि श्री बाबू जैसा मुख्यमंत्री ना तो पहले कभी हुआ और ना कभी आगे होगा.वोट बैंक की राजनीति के चलते श्री बाबू को भारत रत्न जैसे अवार्ड से वंचित कर दिया गया है. राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर श्री बाबू से कमतर औंधा रखने वाले कई लोगों को भारत रत्न दिया जा चुका है.लेकिन भारत रत्न के सच्चे हकदार भारत माता के सपूत को आज तक भारत रत्न नहीं दिया जाना बेहद चिंता का विषय है.

जमींदारी प्रथा का उन्मूलन और दलितों को मंदिर में प्रवेश डिकर श्री बाबू ने सामाजिक समरसता का मिसाल कायम किया था.उनके कार्यकाल में बिहार औद्योगिक और आर्थिक रूप से अग्रणी राज्यों में शामिल था. ऐसे महान विभूति को भारत रत्न सम्मान से वंचित रखना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले उनके पैतृक गांव से पटना तक आवाज बुलंद की जाएगी.

जरूरत पड़ी तो देश भर के डॉक्टर को साथ लेकर दिल्ली तक इस आवाज को बुलंद करने का काम किया जाएगा. इस मौके पर हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ डॉ ऋषभ कुमार, डॉ आनंद कुमार, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी गोपाल कुमार, समाजसेवी चिंटू सिंह सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे.

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