
Sheikhpura:-शराबबंदी वाले बिहार में सरकारी बाबुओं को शराब न पीने की शपथ दिलाई गई थी. शपथ दिलाते समय यह भी कहा गया था कि अगर शराब पीते हुए पकड़े जाते हैं तो आपको नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है.हालांकि कुछ सरकारी बाबुओं को इस बात का घंटा फर्क नहीं पड़ता है. इसकी वानगी बिहार के शेखपुरा जिला के कृषि विभाग के एक सरकारी बाबू के रूप में देखने को मिली.

दरअसल कृषि विभाग के तहत किसानों के हित में काम करने वाली “आत्मा” इकाई के जिला लेखपाल संजीव कुमार सिन्हा का इन दिनों हाथ में जाम लहराते एक फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. पिछले दो दिनों के अंदर कई लोगों ने इसे फेसबुक पर पोस्ट किया है.पोस्ट करने वालों ने इस मामले में जिलाधिकारी से जांच कर कार्रवाई करने की भी मांग की है. लोगों ने तो यहां तक कहना शुरू कर दिया है कि आम लोगों का फोटो वायरल होने पर उत्पाद विभाग पूरी तह तक जांच करती है. लेकिन सरकारी बाबू का फोटो वायरल हुआ तो कोई कुछ नहीं बोल रहा है.


हालांकि भाजपा के एक नेताजी ने जिलाधिकारी को आत्मा विभाग के जिला स्तरीय लेखापाल का शराब पीते हुए फोटो देते हुए जांच करने की मांग उठाई है.भाजपा नेता पवन किशोर ने आरोप लगाया की बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. लेकिन ये जनाब खुलेआम दारू की पार्टी करते हैं.यही नहीं जिला प्रशासन और बिहार सरकार को चुनौती देते हुए शराब पीते हुए फोटो भी खुद अपने फेसबुक आईडी से पोस्ट करते हैं.उन्होंने बताया कि हर साल शराबबंदी को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए कर्मचारियों को शराब न पीने की शपथ भी दिलाई जाती है.

बावजूद इसके शराब पीते हुए उनके द्वारा खुलेआम फोटो फेसबुक पर लगाया गया है.उनका यह फोटो नीतीश और एनडीए सरकार को खुली चुनौती है. बिहार में कानून सबके लिए बराबर है.उन्होंने पूरे मामले पर जिलाधिकारी से निष्पक्ष जांच की मांग की है.वही लेखापाल संजीव कुमार सिंह के शराब पीते फोटो वायरल होने की बात पर उत्पाद अधीक्षक प्रकाश कुमार ने कहा कि उनके विभाग के वरीय पदाधिकारी के आदेश पर या किसी व्यक्ति के आवेदन पर आरोपी का ब्लड सैंपल लेकर जांच किया जा सकता है.
फिलहाल उत्पाद विभाग को सिर्फ ब्रेथ एनालाइजर से किसी शराबी की जांच करने का अधिकार है.फिर भी विभाग से फोटो की जांच अपने स्तर से करवाई जाएगी.दूसरी तरफ वायरल फोटो को लेकर संजीव कुमार सिन्हा से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि वे कुछ दिन पहले एक शादी पार्टी में झारखंड गए हुए थे. शराब पीने की बात उन्होंने भी स्वीकार की और कहा कि उनके मोबाइल से किसी दूसरे ने फोटो खींचकर अपलोड कर दी थी.उनके इस कबूलनामे से स्पष्ट है कि सरकारी बाबु शपथ लेने के बाद भी शराब पीने से बाज नहीं आ रहे हैं. देखना दिलचस्प होगा कि मामले में कोई कार्रवाई हो पाती है या नहीं.