
Barbigha:-बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष तथा राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य रहे आचार्य किशोर कुणाल का रविवार की सुबह आकस्मिक निधन से पूरे बिहार में शोक की लहर दौड़ गई. आचार्य किशोर कुणाल को रविवार की अहले सुबह सीने में दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था.स्थिति बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नही जा सका.

उनके आकस्मिक निधन पूरा बिहार मर्माहत है. आईपीएस अधिकारी रह चुके आचार्य किशोर कुणाल को न केवल प्रशासनिक क्षेत्र में बेहतरीन कार्य के लिए बल्कि धार्मिक क्षेत्र में भी अतुलनीय योगदान के लिए सदैव याद रखा जाएगा. बता दें कि, किशोर कुणाल का जन्म 10 अगस्त 1950 को एक भूमिहार ब्राह्मण परिवार में हुआ था.उनकी स्कूली शिक्षा मुजफ्फरपुर जिले के बरुराज गाँव में हुई.


फिर उन्होंने पटना विश्वविद्यालय में इतिहास और संस्कृत का अध्ययन किया.1970 में स्नातक की उपाधि प्राप्त की.बाद में अपने करियर के मध्य में उन्होंने मास्टर डिग्री के लिए भी अध्ययन कियाजिसे उन्होंने 1983 में प्राप्त किया.उनके शिक्षकों में इतिहासकार आरएस शर्मा और डीएन झा शामिल थे. पिछले साल बिहार सरकार के मंत्री डॉ अशोक चौधरी की पुत्री समस्तीपुर के सांसद शांभवी चौधरी से उनके पुत्र सायन कुणाल का विवाह हुआ था.

आचार्य किशोर कुणाल के मौत पर बरबीघा में भी विभिन्न राजनीतिक दल के नेताओं और समाजसेवी ने गहरा दुख प्रकट किया है.पूर्व नगर अध्यक्ष अजय सिंह समाजसेवी अरविंद सिंह, संतोष कुमार शंकु, मनोज यादव, हरिशंकर कुमार, प्रिंस कुमार, पवन सिंह, शिक्षक नेता राजीव कुमार उर्फ पप्पू सिंह सहित अन्य लोगों ने उनके निधन को बिहार के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. बिहार के लोगों के लिए किए गए उनके योगदान को पूरा बिहार हमेशा याद रखेगा.