Desk: मुंगेर पुलिस ने महज 4 घंटे के अंदर ही अपहरण की एक घटना को सुलझाते हुए बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया. मुंगेर के हेमजापुरा ओपी क्षेत्र के हेमजापुर गांव निवासी प्रधानाध्यापक चुनचुन गोपाल का 12 वर्षीय पुत्र राज गोपाल रविवार की दोपहर खेलने निकला था. जब देर शाम तक गोपाल घर वापस नहीं आया तो परिजनों ने उसे ढूंढने की कोशिश की पर कहीं से उसका पता नहीं चल सका. जैसे ही रात के 9 बजे अपहरणकर्ताओं ने फोन पर बेटे को आजाद करने के एवज में 10 लाख की फिरौती की मांग की तो घरवालों के होश उड़ गए.
इसके बाद परिजनों ने हेमजापुर ओपी में इस बात की सूचना दी. राज गोपाल की मां कविता देवी ने बताया की उसके पति चुनचुन गोपाल लखीसराय के सूर्यगढ़ा में प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यक हैं. जब अपहरणकर्ताओं का फोन आया और 10 लाख की रंगदारी मांगी तो उसके बाद उन्होंने थाना को इस बात की सूचना दी. अपहरण की सूचना के बाद एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ नंदजी प्रसाद के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया.
डीआईओ सेल द्वारा मोबाइल लोकेशन के आधार पर लखीसराय जिला अंतर्गत मेदनी चौकी थाना क्षेत्र में ताबड़तोड़ छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान रात 2 बजे के पास मानिकपुर गांव के एक घर से राज गोपाल को सकुशल बरामद कर लिया गया. पुलिस ने महज चार घंटे में किशोर को बदमाशों के चंगुल से बरामद किया जो कि जख्मी अवस्था में था.
रेड के दौरान पुलिस ने तीन बदमाशों को भी गिरफ्तार किया. छात्र के गले में तेज धार हथियार से जख्म के निशान हैं. पुलिस ने अपहरण में प्रयुक्त बाइक और रंगदारी मांगने वाला दो मोबाइल को भी बरामद किया है. एसपी ने इस बात का खुलासा किया कि अपहरणकर्ता और कोई नहीं बल्कि राज गोपाल का 19 वर्षीय दोस्त प्रशांत कुमार ही है जो राज के बगल का पड़ोसी है. उसने अपने दो साथियों लखीसराय जिला के मानिकपुर निवासी सुमित कुमार और समीर कुमार के सहयोग से इस अपहरण की घटना को अंजाम दिया था.