Sheikhpura: बरबीघा प्रखंड के पाक पंचायत अंतर्गत तोयगढ़ गांव में बुधवार की दोपहर अचानक खलिहान में आग लगने के कारण देखते ही देखते लाखों का फसल जलकर राख हो गया. जब तक आग पर लोग काबू पाते तब तक खलिहान में रखा मसूर, चना, सरसो, राई, मटर गेहूं आदि का पका हुआ फसल धूं धूं कर जल गया.
आग की लपटें इतनी तेज थी कि करीब 50 बीघा से अधिक की फसल देखते ही देखते लोगों के सामने खाक हो गई. हालांकि आग पर काबू पाने के लिए काफी संख्या में ग्रामीण खलिहान में पहुंचे. आसपास खेतों में लगे बोरिंग को चालू कर कर आग बुझाने का प्रयास किया गया. लेकिन आग की लपटें इतनी ऊंची थी कि किसी को भी नजदीक जाने की हिम्मत नहीं हो रही थी.
इस घटना में खलिहान में रखे ट्रैक्टर में भी आग लग गई लेकिन ग्रामीणों की सूझबूझ से उसे सकुशल बचा लिया दिया. आग लगी की घटना में सबसे ज्यादा नुकसान परमानंद सिंह नामक किसान को हुआ जिनका अकेले 25 बीघा का फसल जलकर राख हो गया. इस घटना में किसान बलराम सिंह, पिंटू सिंह, नवीन सिंह, रामनिवास सिंह, कौशल किशोर सिंह, शंकर सिंह, अरविंद पासवान, सरोवर पासवान, अभिराम सिंह, संजय सिंह, जोगी झा, शिवालक सिंह, बबलू सिंह, शिवदनी सिंह, रंजीत सिंह अशोक सिंह उमेश सिंह आदि किसानों को भी काफी नुकसान हुआ है. घटना के बाद सभी किसानों की आर्थिक रूप से कमर टूट चुकी है.
ऐन मौके पर दमकल गाड़ी में डीजल हो गया खत्म
दरअसल आग की लपटे जब बेकाबू हो गई तब किसानों ने जयरामपुर थाना को इसकी सूचना दिया. पूरे शानो शौकत के साथ शायरन बजाता हुआ दमकल की गाड़ी खलिहान तक तो पहुंचा लेकिन मात्र शोभा की वस्तु बनकर रह गया. दरअसल खलिहान तक पहुंचने के बाद दमकल पर लगा मशीन स्टार्ट ही नहीं हुआ. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मशीन में तेल खत्म होने की वजह से यह स्थिति उत्पन्न हुई. दमकल की गाड़ी के सामने ही किसान खुद को बर्बाद होते हुए चुपचाप देखते रह गए. हालांकि काफी देर के बाद बरबीघा थाना से भी दमकल गाड़ी पहुंची और वहां जब तेल लेकर पहुंचा तब जाकर दूसरा जयरामपुर थाना का दमकल भी स्टार्ट हो पाया. यह परिस्थितियां कहीं न कहीं व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़ा करता है. वहीं घटना पर दुख व्यक्त करते हुए पंचायत के मुखिया पति पुष्पेंद्र कुमार ने अंचलाधिकारी से सभी किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग की है.