*बरबीघा सरकारी अस्पताल में ऑफ ड्यूटी डॉ आनंद कुमार मीडिया कर्मी का नहीं करते इलाज तो जा सकती थी जान*

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Barbigha:-बरबीघा रेफरल अस्पताल में गुरुवार को फिर ऑफ ड्यूटी डॉक्टर आनंद कुमार की सक्रियता से एक बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बच गया.दरअसल गुरुवार की संध्या में दैनिक जागरण के संवादाता दिनेश कुमार की सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद हालत गंभीर हो चुकी थी. लोगों ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें इलाज के लिए रेफरल अस्पताल बरबीघा में भर्ती कराया था. लेकिन उस समय ड्यूटी पर दंत चिकित्सक डॉक्टर अनमोल कुमार किसी और डॉक्टर की ड्यूटी बजा रहे थे.

ओवरलोडिंग के कारण दिनेश कुमार की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी. इस विषम स्थिति में हमेशा 24 घंटे अस्पताल कैंपस में रहने वाले कर्तव्यनिष्ठ डॉक्टर आनंद कुमार ने फिर से ऑफ ड्यूटी होते हुए भी अच्छे से इलाज करके मीडिया कर्मी दिनेश कुमार की जान बचा लिया.डॉ आनंद कुमार ने बताया कि इलाज में अगर और थोड़ी देर हो जाती है तो ओवर ब्लीडिंग के कारण मीडिया कर्मी की जान भी जा सकती थी.दुर्घटना में बुरी तरह से टूट चुका दाहिना पैर के घुटने के पास से लगातार तेजी से रक्तस्राव हो रहा था.ड्यूटी पर तैनात डॉ अनमोल कुमार को कुछ भी नहीं सूझ रहा था. ऐसे में लोगों द्वारा फोन करने के तुरंत बाद मौके पर पहुंचकर ऑफ ड्यूटी होते हुए भी डॉक्टर आनंद कुमार ने मीडिया कर्मी का इलाज शुरू किया और उन्हें प्राथमिक उपचार करने के बाद जब जान खतरे से बाहर हो गई तब बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया. हालांकि सूत्रों से पता चला के उस समय ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर जिला में किसी मीटिंग में भाग लेने के लिए गए हुए थे.लेकिन मीटिंग वाली बात कि जब जांच पड़ताल की गई तो मामला कुछ और निकल कर सामने आया. फिर इस बात को यहां लिखना उचित नहीं होगा नहीं तो लोग कहेंगे व्यक्तिगत पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर मनगढ़ंत कहानियां चलाई जा रही है.सबसे बड़ी बात तो यह रही कि खबर लिखने वाले किसी भी मीडिया कर्मियों ने डॉ आनंद कुमार की इस अच्छी पहल की एक जगह भी चर्चा नहीं किया.मेरा मानना है कि अच्छे कामों की प्रशंसा होनी ही चाहिए चाहे वह किसी के द्वारा किया जाए. इससे उन्हें लगातार कुछ अच्छा करने की प्रेरणा मिलती रहती है.



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