Sheikhpura: जिले के कप्तान साहब की पुलिस आए दिन किसी न किसी बड़े कांड का पर्दाफाश तुरंत कर लेती है. शराब माफिया से लेकर साइबर क्राइम कर रहे अपराधियों में जिले के कप्तान साहेब का पूरा खौफ है. लेकिन बरबीघा के मौर्या पब्लिक आवासीय विद्यालय में एक बच्ची से हुए रेप मामले में अभी भी पुलिस के हाथ खाली हैं. रेप का आरोपी प्रिंसिपल अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है.
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले मानवाधिकार आयोग की एक टीम ने स्कूल का दौरा भी किया था जिसमें शेखपुरा के हेड मधुकर जी ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा था कि स्कूल में कई बच्चे कैदी की तरह जीवन जी रहे हैं. बाहर से ताला लगाकार अंदर में बच्चों के साथ क्या क्या हो रहा है इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है. हालांकि उस बिल्डिंग में तीन गेट है. आगे के मेन गेट पर बाहर से ताला लगा हुआ है लेकिन पीछे का गेट खुला हुआ है. जब मानवाधिकार आयोग की टीम वहां पहुंची थी तो एक छोटी बच्ची बाहर भी निकली थी लेकिन फिर किसी ने अंदर से फटकार लगाई तो लड़की चुपचाप अंदर चली गई.
शहर के लोगों में इस बात की भी चर्चा हो रही है कि आरोपी प्रिंसिपल बड़े लेवल पर सेटिंग कर रहा है और मामले को दबाने की भरपूर कोशिश कर रहा है. हालांकि पुलिस लगातार आरोपी को पकड़ने की कोशिश कर रही है लेकिन अभी तक हाथ खाली हैं. आपको बता दें कि इस मामले में एक बात और आ रही है कि मौर्या पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले अधिकांश बच्चों के माता पिता बिहार से बाहर रहकर रोजी रोटी के लिए काम कर रहे हैं और यहां अपने बच्चों को पढ़ा रहे हैं. मौर्या पब्लिक स्कूल में क्या खेल चल रहा है इसकी भनक उन्हें लगी भी नहीं है. ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि कप्तान साहब की चुस्त दुरूस्त पुलिस आरोपी प्रिंसिपल को कब गिरफ्तार करती है क्योंकि प्रिंसिपल की गिरफ्तारी के बाद ही वहां हो रहे खेल का पर्दाफाश हो सकता है. वहीं दूसरी तरफ मानवाधिकार आयोग की टीम लगातार स्कूल को सील करने की मांग कर रही है.