Sheikhpura: बरबीघा रेफरल अस्पताल पिछले नौ महीनों से एंबुलेंस की समस्या से जूझ रहा है. स्थानीय विधायक सुदर्शन कुमार से लेकर नवादा के लोजपा सांसद चंदन सिंह तक कई बार अस्पताल प्रबंधन के द्वारा आवेदन दिया गया लेकिन एंबुलेंस की व्यवस्था बहाल नहीं हो पाई. विधायक और सांसद के इस निकम्मेपन को लेकर बरबीघा वासी लगातार उन लोगों को सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं.
गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला गया जिसमें लिखा गया कि एक छोटा सा काम भी अगर विधायक और सांसद से ना हो तो हम लोग उनको नेता क्यों माने. अगर दोनों जनता को ना समझ रहे हैं तो हम उन्हें नेता को समझें? आगे लिखा गया की आपको नेता मानना हमारा मजबूरी है, लेकिन नेता लायक कोई भी गुण विधायक और सांसद में नहीं है. एक छोटा सा काम अगर दोनों से नहीं हो रहा है तो यह बहुत बड़ा दुर्भाग्य की बात है.
वहीं इन सब बातों पर प्रतिक्रिया देते हुए लोजपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रहे मधुकर कुमार उर्फ डॉक्टर साहब ने तत्काल अपने निजी फंड से अस्पताल को एक एंबुलेंस देने का बात कही है. गौरतलब हो कि अस्पताल में 9 महीने पहले दो एंबुलेंस हुआ करता था. एक एंबुलेंस खराब होने के बाद उसे बनाने के लिए एनजीओ वाले उठाकर ले गए. इसके बाद एंबुलेंस बनाकर वापस अस्पताल को सुपुर्द नहीं किया गया जिस वजह से परेशानियां बढ़ गई है. यहां बताना जरूरी है कि जिस पार्टी से नवादा के सांसद चंदन सिंह है, उसी के सुप्रीमो पशुपति पारसनाथ पासवान के अधीन एनजीओ काम करता है. इसके बावजूद भी 9 महीने के बाद एंबुलेंस का वापस अस्पताल में ना आना एक चर्चा का विषय बना हुआ है. एंबुलेंस नहीं होने से इमरजेंसी में लोगों को प्राइवेट एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ रहा है.