Desk: डीएवी कपिलदेव के प्रिंसिपल पर यौन शोषण का केस दर्ज होने के बाद डीएवी कपिलदेव स्कूल के प्राचार्य मनोज कुमार सिन्हा को डीएवी ग्रुप ने सस्पेंड कर दिया गया है. इनकी जगह, एसके राणा को प्रभारी प्राचार्य बनाया गया है. जबकि बी जोन के डायरेक्टर एमके सिन्हा को फिलहाल एफ जोन का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. इस मामले को लेकर भाजयुमो ने स्कूल के सामने प्रदर्शन कर प्राचार्य पर कार्रवाई करने और गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया. जमकर नारेबाजी भी की.
इधर, प्राचार्य का अबतक कोई सुराग नहीं मिल सका है. पुलिस ने शुक्रवार को भी प्राचार्य की तलाश में छापेमारी की. लेकिन कोई सुराग नहीं मिला है. प्राचार्य के खिलाफ नर्स ने ही यौन शोषण का आरोप लगा अरगोड़ा थाने में एफआइआर दर्ज कराई है. जिसमें आरोप लगाया है कि प्राचार्य उसे वाट्सएप पर पोर्न वीडियो भेजता था. उससे वीडियो देखने की बात पूछा करता था. यहां तक कि ब्लड प्रेशर जांचने के लिए कमरे में बुलाकर उसके प्राइवेट पार्ट को गलत नियत से छूता था. उसके गेस्ट हाउस में आरोपित ने उसके कपड़े फाड़ दिए और गलत हरकत की थी. पीड़िता के अनुसार आरोपित प्राचार्य उसे अक्सर शारीरिक संबंध बनाने के लिए प्रताड़ित करता था. वाट्सऐप पर पोर्न वीडियो भेजकर अगले दिन पीड़िता से वीडियो देखने की बात पूछता था.
बताया जा रहा है कि प्रिंसिपल पर पहले भी आरोप लग चुके हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर पुलिस में मामला दर्ज नहीं होने के चलते उस समय कोई कार्रवाई नहीं हो सकी. डीएवी ग्रुप के पुराने कर्मी बताते हैं कि सिन्हा ने अपना करियर रामगढ़ जिले के गिद्दी इलाके के डीएवी से शुरू किया था. वहां भी इनके ऊपर यौन शोषण के आरोप लगे, लेकिन वहां से इनका दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया गया. डीएवी कपिलदेव सूत्रों ने बताया कि मनोज सिन्हा अपनी पावर की धौंस देकर कर्मचारियों को डरा कर रखता था. आवाज उठाने वालों को नौकरी से निकाल देने की धमकी भी देता था. मनोज सिन्हा झारखंड जोन एफ का सहायक क्षेत्रीय पदाधिकारी भी थे. इस जोन में रांची, जमशेदपुर और खूंटी जिले के 10 महत्वपूर्ण डीएवी स्कूल आते हैं. इस पद से भी हटा दिया गया है.