Sheikhpura: नगर पंचायत के स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की कर्मियों की लापरवाही और गैर जिम्मेदारना व्यवहार के कारण नगर पंचायत के बेलदरिया टोले की 40 वर्षीय महिला लालो देवी जो मारपीट में गंभीर रुप से जख्मी हो गई थी बिना इलाज कराये ही वापस जाना पडा़. इतना ही नहीं पीएचसी में उसके लिये एबुंलेंस तक की व्यवस्था नहीं की गई. इस चिलचिलाती धूप में परिजन द्वारा घायल लालो देवी को ठेला से लेकर गये. इसकी जानकारी देते हुये परिजन सीमा देवी ने बताया की घायल लालो देवी मेरी ननद है और इन्हें इलाज के लिये चेवाड़ा पीएचसी में लाया गया था जहां डाँक्टर द्वारा बिना इलाज किये ही वापस लौटा दिया गया. परिजनों ने आरोप लगाया की मारपीट करने वाले आरोपियों के इशारे पर ही डाँक्टर ने इलाज करने से मना किया है.
पीएचसी में घायल महिला का इलाज कराने आये परिजनों ने बताया की पीएचसी में मरीजों के साथ भेदभाव किया जाता है. गरीब लोगों का तो इलाज भी करने से कतराते हैं इसके साथ ही गरीब गुरबा लोगों को दूसरी जगह जाने के लिए एंबुलेंस सुविधा भी नहीं देते हैं. जबकि सरकार द्वारा हर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को ले जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों की मनमानी के कारण लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है मजबूरन गरीब गुरबा को अपने मरीजों को खटिया के सहारे ले जाना पड़ रहा है.
इस संबंध में चिकित्सा पदाधिकारी एसएन झा ने बताया कि इलाज करने से इनकार नहीं किया गया है उसे रेफर कर दिया गया है और उसके द्वारा एंबुलेंस की मांग नहीं की गई है. एंबुलेंस की जरूरत उन्हें होती और वह कहते तो एंबुलेंस की व्यवस्था जरूर किया जाता है लेकिन वह खुद अपने मरीज को लेकर चले गए.