Sheikhpura: निगरानी विभाग बिहार पटना के पुलिस निरीक्षक सिकंदर मंडल ने बुधवार को जिले के कसार थाना में फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों पर शिक्षक की नौकरी कर रही दो प्रखंड शिक्षिकाओं के विरुद्ध जालसाजी करने का आरोप लगाते हुए एक प्राथमिकी दर्ज कराई है. इस सम्बन्ध में कसार थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि दर्ज कराई गई प्राथमिकी में मध्य विद्यालय वरुणा में पदस्थापित प्रखंड शिक्षिका प्रीति कुमारी और मध्य विद्यालय वरुणा में पदस्थापित ममता कुमारी को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. इन दोनो शिक्षिकाओं की बहाली प्रखंड शिक्षक के रूप में वर्ष 2014 में हुई थी.
पटना हाई कोर्ट में दायर एक याचिका के आधार पर हाईकोर्ट ने शिक्षकों की बहाली की जांच का जिम्मा निगरानी विभाग को सौंपा था. जिसके आलोक में वर्ष 2016 में राज्य के सभी जिलों में बहाल हुए शिक्षकों के सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच निगरानी विभाग द्वारा की जा रही है. उसी जांच के आलोक में इन दोनो शिक्षिकाओं का शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया. जिसे लेकर बुधवार को इन दोनो महिला शिक्षको के विरुद्ध फर्जीवाड़ा की प्राथमिकी निगरानी विभाग द्वारा दर्ज कराई गई है.
अभियुक्त बनाई गई शिक्षिका प्रीति कुमारी नवादा जिला अंतर्गत पकरीवरावां थाना क्षेत्र और ममता कुमारी जमुई जिला अंतर्गत चंद्रदीप थाना क्षेत्र के हिलसा गांव निवासी बाबूलाल महतो की पुत्री बताई गई है. जिले के और कई चिन्हित फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों पर बहाल शिक्षको के विरुद्ध अलग अलग थाना में निगरानी विभाग द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई जाने वाली है. फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों पर बहाल शिक्षको के हाथ पाव अभी से ही फूलने लगे है.