बरबीघा में दिनदहाड़े हुए अपहरण कांड का साइबर कनेक्शन आया सामने..पकड़े गए अपराधी ने किया खुलासा अधिकारिक पुष्टि बाकी

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Barbigha:- नगर परिषद बरबीघा क्षेत्र के मिशन चौक से शनिवार को दोपहर में दिनदहाड़े हुए अपहरण के मामले में पुलिस ने एक अपराधी को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया. बरबीघा के मिशन ओपी थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को शनिवार की देर रात्रि पिंजड़ी गांव से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार अपराधी की पहचान परमानंद सिंह के पुत्र गोलू कुमार के रूप में किया गया है.जबकि इस अपहरण कांड का मुख्य सरगना तथा पकड़े गए आरोपी गोलू कुमार का बड़ा भाई पवन कुमार उर्फ राम जी सहित दो अन्य अपराधी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.थाना प्रभारी ने बताया कि मुख्य

सरगना सहित अन्य अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.गौरतलब हो कि नालंदा जिला के अस्थावां थाना क्षेत्र अंतर्गत सकरामा गांव निवासी भागीरथ राम के पुत्र राकेश कुमार का मिशन चौक के पास से दिनदहाड़े कुछ अपराधियों ने फिरौती के लिए अपहरण कर लिया था. अपराधी राकेश कुमार को बाइक से उतार कर जबरन वैगनआर गाड़ी में बैठाकर शेखपूरा की तरफ भाग निकले थे.हालांकि बरबीघा मिशन ओपी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक घंटे के भीतर ही अपहृत युवक को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया था.वही राकेश कुमार के द्वारा घटना के बाद परमानंद सिंह के पुत्र पवन कुमार उर्फ राम जी,गोलू कुमार, नवेश महतो के पुत्र राज कुमार उर्फ ढोना सहित एक अन्य को नामजद अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. इसी मामले में कार्रवाई करते हुए गोलू कुमार को गिरफ्तार किया गया जबकि अन्य को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है.



अपहरण कांड का मामला साइबर क्राइम से जुड़ा पुलिस के कान खड़े

अपहृत युवक के बयान के अनुसार ₹325000 के लिए उसका अपहरण किया गया था. अपराधी लगातार उस पर खेत बेचकर पैसा देने का दबाव बना रहे थे.लेकिन पकड़े गए अपराधी गोलू कुमार ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए सबको चौका दिया है.गोलू कुमार के अनुसार उसका भाई पवन कुमार साइबर अपराध से जुड़ा हुआ है.अपहृत युवक राकेश कुमार भी पवन कुमार के गिरोह में शामिल था. राकेश कुमार अक्सर पवन कुमार के घर पर भी आया जाया करता था.राकेश कुमार गया जिले के एक बैंक के महिला कर्मचारी के साथ सांठगांठ करके फर्जी खाता खुलवा कर पवन कुमार और उसके अन्य गिरोह के सदस्यों को बेचा करता था.इसी फर्जी खाते पर गिरोह के सभी सदस्य लोगों से ठगी करके पैसा मंगवाया करते थे.गोलू कुमार के अनुसार पवन कुमार बदले में राकेश कुमार को परसेंटेज भी दिया करता था.

पैसे के लेनदेन के कारण युवक का हुआ अपहरण

साइबर क्राइम से जुड़े रहने के कारण एक बार पवन कुमार ने किसी को ठगी का शिकार बना कर फर्जी खाते पर ₹85000 मंगवा लिया.राकेश कुमार के मन में यही लालच जागा और उसने पवन कुमार को साइबर क्राइम का पैसा देने से इनकार कर दिया. इसी पैसे की वसूली के लिए पवन कुमार तथा उसके अन्य साथियों के द्वारा राकेश कुमार के गांव पर जाकर भी कई बार धमकी दी गई थी.जब राकेश कुमार इसके बावजूद नहीं माना तब उसका अपहरण की साजिश रच कर उसे जान मारने का प्रयास किया गया. लेकिन मिशन ओपी थाना पुलिस की तत्परता की वजह से युवक की जान बच गई.वह इस पूरे मामले पर ओपी प्रभारी नवीन कुमार सिंह ने बताया कि दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार फिलहाल पुलिस काम कर रही है.फिलहाल एक अपराधी को गिरफ्तार कर अन्य की तलाश की जा रही है. अपराधियों से पूछताछ के क्रम में अगर साइबर क्राइम का मामला सामने आता है तो निश्चित तौर पर पुलिस इस दिशा में जांच पड़ताल कर आवश्यक कार्यवाई करेगी

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