Barbigha:- नई दिल्ली की सड़कों पर ऑटो चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे 48 वर्षीय उमेश सिंह की मौत एक सड़क दुर्घटना में हो गई. घटना की खबर मिलते ही सामस बुजुर्ग गांव में मातम पसर गया. सरल स्वभाव के मृदुभाषी उमेश सिंह गांव के स्व विशुन सिंह के पुत्र थे. जबकि उक्त पंचायत के पूर्व मुखिया पंकज सिंह और उप मुखिया चमन सिंह के चचेरे भाई थे. गरीबी
और बेरोजगार होने के कारण वे परिवार के भरण पोषण हेतु कुछ साल पहले नई दिल्ली चले गए और वही रहकर ऑटो चला कर दो जून की रोटियों की जुगाड अपने परिवार वालों के लिए कर रहे थे. शुक्रवार को नई दिल्ली के अक्षरधाम के समीप पैदल सड़क पार करने के दौरान एक रसोई गैस सिलेंडर से भरे ट्रक ने उन्हे बुरी तरह कुचल दिया. इस घटना में उनकी मौत घटना स्थल पर ही हो गई. बाद में पुलिस ने मृतक की लाश को जब्त करने के उसे पोस्टमार्टम करवाई. फिर उनके परिवार वालों को सुपुर्द कर दिया. नई दिल्ली से उनका शव जब विशेष वाहन से गांव लाया जा रहा है, तब घर वालों का रोते -रोते बुरा हाल हो गया. अपनी मेहनत से गरीब परिवार का उमेश अपने छोटे-छोटे बेटों और बेटियों के अलावा अपनी विधवा के लिए पैसों की जुगाड किया करता था. उमेश की मौत उसके पीछे छूट गए 5 आश्रितों के ऊपर पहाड़ टूट पड़ा. घटना की जानकारी मिलने के बाद पूरे गांव में मातमी सन्नाटा छा गया है.