Barbigha:-बरबीघा रेफरल अस्पताल में इन दिनों डॉक्टर की मनमानी फिर शुरू हो गई है. लेट आना डॉक्टर की दिनचर्या में शामिल हो चुका है. इसकी बानगी मंगलवार को सुबह ओपीडी में भी देखने को मिला.सुबह 8:00 बजे शुरू होने वाला ओपीडी मे 9:00 बजे तक भी शुरू नहीं हो पाया. दर्द से कराहती तीन बुजुर्ग महिलाएं
इस बात का जीता जागता प्रमाण अस्पताल में पाई गई.खेतलपुरा गांव से पहुंची 65 वर्षीय कौशल्या देवी अलीनगर गाँव की सबिता देवी सहित एक अन्य बुजुर्ग महिला ने बताया कि सुबह 8:00 बजे ही अस्पताल में दिखाने के लिए पहुंचे थे.लेकिन एक घंटे से अधिक समय तक इंतजार करने के बाद भी इन बुजुर्ग महिलाओं को
देखने सुनने वाला कोई नहीं था. सुबह में ड्यूटी डॉक्टर रवि रंजन कुमार और डॉक्टर अनमोल कुमार की लगाई गई थी.हालांकि 9:15 बजे के आसपास अनमोल कुमार पहुंचे और अपने दंत ओपीडी में जाने की बजाय सामान्य ओपीडी में पहुंचकर मरीज देखने लगे. जबकि कुछ दिन पहले दांत के डॉक्टर को सामान्य ओपीडी से रोस्टर में हटा दिया गया था. जानकारी के मुताबिक डॉ रवि रंजन कुमार का लेट आना उनकी सामान्य आदतों में शुमार हो चुका है.यही नहीं 24×7 अस्पताल में रहने का दावा करने वाले प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ फैसल अरशद भी
अस्पताल में कहीं नजर नहीं आए.सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वे सप्ताह में 3 से 4 दिन ही अस्पताल आते हैं.अपने अस्पताल के कैंपस में स्थित सरकारी आवास में रहने की बजाय प्रत्येक दिन घर चले जाते हैं.जिस अस्पताल का प्रभारी ही इतना लापरवाह हो वहां के डॉक्टरों की लापरवाही कोई बड़ी बात नहीं है.कुछ महीने पहले ही सभी एमबीबीएस डॉक्टर और एक दंत चिकित्सक अखिलेश कुमार को सरकारी अस्पताल में आवास अलॉटमेंट किया गया था. लेकिन एकाध को छोड़कर प्रभारी सहित अधिकांश डॉक्टर अस्पताल कैंपस में नहीं रहते हैं.प्रत्येक दिन अपने निजी आवाज से आने जाने के कारण ओपीडी एक से डेढ़ घंटे लेट शुरू होता है.