बरबीघा:-बाल अधिकारों को लेकर जिले के सभी पंचायतों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.इसके तहत बाल विवाह बाल मजदूरी और बाल तस्करी को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा.बुधवार को भी सदर प्रखंड के औधे पंचायत में बच्चों के प्रति हिंसा एवं दुर्व्यवहार की रोकथाम के लिए सामुदायिक ढांचे और प्रणाली को मजबूत करने के लिए, बाल विवाह, बाल
मजदूरी और बाल तस्करी पर एक बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक का आयोजन सीसीएचटी बिहार के शेखपुरा जिला समन्वयक संस्था एनिमल एंड ह्यूमन डेवलपमेंट सोशल वेलफेयर सोसाइटी एवं यूनिसेफ की पार्टनर संस्था सेव द चिल्ड्रन के संयुक्त तत्वाधान में किया गया.बैठक की अध्यक्षता औधे पंचायत की मुखिया नविता देवी ने किया.बैठक में सेव द चिल्ड्रन के जिला शेखपुरा के समन्वयक आरिफ हुसैन सेव द चिल्ड्रन के प्रखंड समन्वयक ब्यूटी कुमारी सीसीएचटी के शेखपुरा जिला समन्वयक डॉ विनोद कुमार इत्यादि उपस्थित रहे.सभी जनप्रतिनिधियों और गांव वालों को बाल श्रम ,बाल विवाह और बाल तस्करी जैसे सामाजिक कुरीतियों के मुद्दे पर जागरूक किया गया और कानूनी पहलुओं की जानकारी दी गई. इसके अलावा समाज में बरसों से व्याप्त इस व्यवस्था को मिटाने के लिए अपनी अपनी जिम्मेदारी निभाने का आग्रह किया गया.इस अवसर पर डॉ विनोद कुमार ने कहा कि खासकर बाल विवाह समाज के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं है.बाल विवाह होने से बच्चों को उसका नैसर्गिक अधिकार नहीं मिल पाता है.कम उम्र में सांसारिक मोह माया में फस कर बच्चे अपने जीवन का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाते. वही बाल मजदूरी को लेकर उन्होंने कहा कि आज भी कई जगह छोटे-छोटे बच्चों से संस्थानों में काम लिया जाता है.छोटे बच्चों से काम लेना गैरकानूनी है.इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई का प्रावधान है.बाल तस्करी पर रोक लगाने के लिए लोगों को अपने बच्चे को किसी अजनबी के साथ ना भेजने की बात बताई गई.