Desk: जदयू से बड़ी खबर सामने आ रही है. जदयू के वरिष्ठ नेता ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने पार्टी के कुछ लोगों पर साजिश का आरोप लगाते हुए नया संगठन खड़ा करने का संकेत दिया है.
आरसीपी सिंह ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि मैंने सारी बातों पर सोच-विचार कर फैसला किया है. फिलहाल मैं मीडिया के माध्यम से इस्तीफा देने की घोषणा करता हूं, इसके तुरंत बाद में पार्टी को पत्र भी भेज दूंगा. मैंने पिछले कई महीनों से देखा है कि पार्टी में अब कुछ नहीं बच गया है. पार्टी में एक कार्यक्रम तक नहीं हो रहा. पिछला कार्यक्रम मैंने पिछले वर्ष 4 जुलाई को किया था. पार्टी कार्यकर्ताओं का क्या हाल बना कर रखा गया. आरसीपी सिंह ने कहा कि बिना कुछ सोचे-समझे पार्टी ने मुझे पत्र भेज दिया, मुझसे व्यक्तिगत रूप से पूछा भी जा सकता था. मगर पार्टी ने ऐसा नहीं किया.
आरसीपी सिंह ने कहा कि 2019 के चुनाव में हमने एनडीए गठबंधन को शानदार सफलता दिलाई. 40 में 39 सीटों पर विजय प्राप्त की. मगर 2020 में क्या हुआ? 2020 में पार्टी की क्या गत हो गई? पार्टी में संगठन नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. हमारे कार्यकाल में हमने जिला अध्यक्ष बनाया, प्रखंड अध्यक्ष बनाया और यहां तक कि बूथ स्तर तक पार्टी को ले गए मगर अभी के जो लोग संगठन में हैं, वे पटना में रहते हैं और महज गणेश परिक्रमा करते हैं.
आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिए बिना कहा कि राज्यसभा टिकट काटे जाने से पहले उन्होंने बात तक नहीं की. कोई कटसी भी नहीं निभाई यह कहने की कि आपका टिकट काटा जा रहा है.
आरसीपी सिंह ने कहा ‘बार-बार यह कहा जा रहा था कि राज्यसभा में आरसीपी सिंह के 2term हो चुके हैं. तो मैं पूछता हूं कि यह नियम तो और लोगों पर भी लागू होता है. सीएम नीतीश का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि खुद कितने टाइम से रह रहे हैं. नियम तो सभी पर बराबर लागू होगा.