
Barbigha:- पिछले कई महीनों से बरबीघा नगर परिषद के चेयरमैन पद के लिए चली आ रही उठापटक की दौड़ पर आखिरकार विराम लगता नजर आ रहा. चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे कई जनरल कैटिगरी में आने वाले प्रत्याशियों को चुनाव आयोग ने करारा झटका लग सकता है.सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक चिट्ठी के अनुसार बरबीघा सीट ओबीसी कैटेगरी में चली गई है.

प्रत्याशियों के चुनाव लड़ने पर भी ग्रहण लग सकता है. दरअसल सीट जनरल होने की उम्मीद लगाई जा रही थी लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक चिट्ठी ने राजनीतिक गलियारे में हलचल पैदा कर दिया है. वायरल 8चिट्ठी के अनुसार बरबीघा नगर परिषद सीट ओबीसी महिला होने के बाद राजनीतिक गलियारे में भी हलचल तेज हो गई है.हालांकि चुनाव आयोग के वेबसाइट पर इसकी अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है.वही इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी भी शुरू हो गई है. चुनौती देने की तैयारी में जुटे चेयरमैन उम्मीदवार संतोष कुमार शंकु ने बताया कि बरबीघा वासियों के साथ यह सौतेला व्यवहार किया गया है. वायरल हो रही चिट्ठी के अनुसार अगर खबर सत्य है तो या बरबीघा वासियों के लिए दुर्भाग्य की बात है.5 वर्ष तक जनरल सीट रहने के बाद फिर से आरक्षण में डाल देना कहीं ना कहीं राजनीतिक साजिश की ओर इशारा करता है. कम से कम चेयरमैन सीट को 10 वर्षों तक जनरल रखना चाहिए था ताकि जनरल वर्ग से आने वाले लोगों को भी नेतृत्व करने का मौका मिलता. उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग के इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी जाएगी. उम्मीद है कोर्ट में चुनाव आयोग के इस फैसले को पलटा जाएगा.


