
Sheikhpura: गणेश चतुर्थी को लेकर बरबीघा के ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में भगवान गणेश के भक्तों के बीच में काफी उत्साह देखने को मिला. गणपति बप्पा मोरया का उद्धोष और शंख झालरों की ध्वनि से बुधवार को शाम होते ही बरबीघा शहर के अधिकांश पंडाल गूंज उठे. भगवान गणेश की मूर्तियों के दर्शनों के लिए पंडालों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. 2 साल के बाद पहली बार गणेशोत्सव को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला.

शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र के पंडालों में गणपति बप्पा के मूर्तियों को शान से विराजित किया गया. गणेशोत्सव के पहले दिन पंडाल रोशनी से जगमगा उठे. भजन और कीर्तन की गूंज से नगर का माहौल भक्तिमय हो गया.लोगों ने उपवास रखकर गणेश चतुर्थी के अवसर पर भगवान गणपति की विधि विधान से पूजा अर्चना करने के बाद लोक कल्याण के लिए प्रार्थना किया. उधर बुधवार को सुबह से ही ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में गणेशोत्सव आयोजन समितियों द्वारा गाजे-बाजे के साथ गणेश प्रतिमाओं को लाने का सिलसिला चलता रहा.


देर शाम तक अधिकांश गणेश प्रतिमाओं को पंडालों में सजाकर उनकी विधि विधान से पूजा-अर्चना की गई. भगवान गणेश कहीं अपने मूसक के साथ विराजमान हैं, तो कहीं अपनी पत्नी रिद्धी और सिद्धी के साथ विराजे हुए हैं. बरबीघा नगर क्षेत्र के झंडा चौक पर विराजमान होने वाले बुढ़बा गणेश जी की भी पूरे वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधि-विधान पूर्वक पूजा अर्चना किया गया. पूजा समिति के लोगों ने बताया कि पिछले दो सालों से शादी समारोह में पूजा अर्चना किया जा रहा था. इस बार गणेश पूजा को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा. बताते चलें कि बरबीघा शहर में गणेश चतुर्थी के बाद अष्टमी के दिन भव्य मेले का भी आयोजन किया जाता है. विभिन्न पूजा समितियों के लोगों ने बताया कि इस बार पूरे दो साल के बाद शहर में मेले का आयोजन होगा. इसको लेकर अभी से ही लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है.
