Sheikhpura: ठीकेदारों की मनमानी के कारण नीतीश सरकार की सबसे महत्वपूर्ण योजना हर घर नल का जल आज भी कई गांव में अधूरा पड़ा हुआ है. सरकार के साथ-साथ जिलाधिकारी द्वारा कई बार डेडलाइन जारी करने के बाद भी अधूरे पड़े कार्यो को पूरा करने का प्रयास नहीं किया गया.
बरबीघा प्रखंड के पिंजड़ी पंचायत अंतर्गत कुसेढ़ी गांव के वार्ड नंबर चार और वार्ड नंबर छः में भी इसी तरह का मामला प्रकाश में आया है. दरअसल वार्ड नंबर चार में लगभग डेढ़ वर्ष पहले नल जल योजना के तहत बोरिंग किया गया था. हर घर तक नल का जल पहुंचाने के लिए गांव की पक्की गलियों को तोड़कर पाइप बिछाए गया था. लेकिन अब काफी समय बीत जाने के बाद भी उन टूटी गलियों का आज तक मरम्मत नहीं किया गया है. यही नहीं जल मीनार बनाने के लिए सिर्फ फाउंडेशन बना कर छोड़ दिया गया है.
सरकारी निर्देशानुसार गांव की गलियों में पाइप बिछाने और लीकेज की जांच होने के बाद खोदे गए गड्ढों को पुनः पक्की करने का प्रावधान है. निर्बाध रूप से जिला पूर्ति के लिए जल मीनार का निर्माण करना भी आवश्यक है. लेकिन दोनों में से एक भी कार्य को आज तक पूरा नहीं किया गया है. वार्ड में कुछ घरों तक जैसे तैसे मिली रहने पर पानी की सप्लाई होती है. दूसरी तरफ मोटर चलाने के लिए चोरी का बिजली भी इस्तेमाल किया जा रहा है. ठेकेदार के द्वारा सरकार के साथ-साथ बिजली विभाग को भी चूना लगाया जा रहा है. इस संबंध में पूछने पर स्थानीय निवासी कार्यानंद सिंह, अभिषेक कुमार झा, गुड्डू कुमार आदि ने बताया कि व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ठेकेदार को कई बार कहा गया. लेकिन ठेकेदार का कहना है कि विभाग के द्वारा पूरा पैसा का आवंटन नहीं किया गया जिस वजह से जलमीनार का निर्माण किया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि टूटी हुई गलियों की वजह से गांव आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस मामले को लेकर पीएचईडी विभाग के अधिकारियों से भी बात करने का प्रयास किया गया लेकिन मोबाइल बंद रहने के कारण कोई विशेष जानकारी नहीं मिल पाई.