Barbigha:-बरबीघा के प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान विकास इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के प्रांगण में भी बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केसरी डॉक्टर श्री कृष्ण सिंह की 135वी जयंती श्रद्धा पूर्वक मनाई गई. इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकों के साथ साथ छात्र छत्राओं ने श्री बाबू के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया. विद्यालय में इसके बाद
एक बैठक का आयोजन करके छात्र छात्राओं को विद्यालय के निदेशक विपिन कुमार और रंजीत कुमार मौर्या के द्वारा श्री बाबू के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके जीवनी से रूबरू कराया गया. रंजीत कुमार मौर्य ने विद्यार्थियों को बताया कि श्री बाबू सच्चे मायने में एक देश भक्त थे.पत्नी को मृत्यु शैया पर छोड़कर भी वे देश की आजादी के लिए लड़ते रहे थे. श्री बाबू जात पात और जाति धर्म में विश्वास नहीं रखते थे. बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री रहते हुए बिहार वासियों को एक परिवार की भांति प्यार करते थे. बिहार के विकास के लिए उनके द्वारा किया गया कार्य आज भी मील का पत्थर साबित हो रहा है. विद्यार्थियों को उन्होंने श्री बाबू के बारे में अधिक जानकारी के लिए उनकी जीवनी पढ़ने का सलाह दिया. इसके अलावा उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को ऐसे महान विभूतियों के बारे में जानकारी देने के लिए सरकार को पाठ्यक्रम में भी उनकी जीवनी को स्थान देना चाहिए. उन्हीं विपिन कुमार ने कहा कि श्री बाबू ने बिहार में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए कई सारे स्कूल और कॉलेज भी बनवाए थे. उनके कार्यकाल में भी हार जितना आर्थिक और शैक्षणिक रूप से समृद्ध था उतना उनके बाद वाले मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल में शायद ही देखने को मिला है. बिहार की नई पीढ़ियों को भी उनके नक्शे कदम पर चलकर बिहार को फिर से प्रगति की राह पर ले जाने का प्रयास करना चाहिए. इस मौके पर प्राचार्य मुरारी कुमार शिक्षक शशी कुमार सुबोध कुमार श्वेता कुमारी रीना कुमारी आदि उपस्थित थे.