शेखपुरा:- लक्ष्मी पूजा व काली पूजा को लेकर विभिन्न पूजा कमेटियों के द्वारा आयोजित कराये गये सांस्कृतिक कार्यक्रम में बार बालाओं के नाच के बाद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. अरियरी प्रखंड के 2 पूजा कमेटियों पर
प्राथमिकी दर्ज कराते हुए 49 लोगों को आरोपित बनाया गया है. यह प्राथमिकी अरियरी के महुली ओपी अंतर्गत
कोयंदा व कसार गांव में किया गया है.इस बाबत महुली ओपी प्रभारी रंजीत कुमार ने बताया कि गांव में काली पूजा के आयोजन को लेकर 25 अक्टूबर को सांस्कृतिक
कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. आयोजन के दौरान
आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बार बालाओं का अश्लील नृत्य कराया गया. इस मामले में लाइसेंस धारी पुजारी सतेंद्र प्रसाद के अलावा स्थानीय चोढ दरगाह के पूर्व मुखिया मो. सरफराज के विरुद्ध यह प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. उन्होंने बताया कि पुलिस के द्वारा इस
प्राथमिकी में सिद्धेश्वर महतो, राजेश कुमार, रुपेश कुमार समेत 29 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. वहीं
कसार सहायक थाना के ओपी प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि कसार गांव में 25 अक्टूबर को काली पूजा कमेटी के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस दौरान बार बालाओं द्वारा अश्लील नृत्य का आयोजन किए जाने को लेकर रंजन झा, विजय चौधरी, मनोज रजक समेत 22 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. ज्ञात हो कि डीएम सावन कुमार एवं एसपी कार्तिकेय शर्मा के द्वारा शांति समिति की बैठक के दौरान ही पूजा कमिटियों के द्वारा सांस्कृतिक आयोजनों के नाम पर अश्लीलता परोसने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया था. इसके साथ ही स्थानीय थाना को वैसे सांस्कृतिक आयोजनों के लिए अनुमति भी नहीं देने का निर्देश दिया गया था. इसी निर्देश के आलोक में पूजा कमेटियों के द्वारा अश्लीलता फैलाने वाले सांस्कृतिक आयोजनों को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने का सिलसिला जारी है. इस मामले को लेकर कसार ओपी प्रभारी ने बताया कि कसार गांव में लक्ष्मी पूजा कमेटी एवं बरसा गांव में काली पूजा कमेटी के द्वारा ही सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान निर्धारित निर्देशों की अवहेलना की शिकायत मिली है. साक्ष्य सामने आने पर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.