बरबीघा:-बरबीघा के ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में श्रद्धा पूर्वक मनाया जाने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ शुक्रवार से नहाए खाए के साथ शुरू हो गया.सुबह से ही व्रती महिलाएं भगवान भास्कर के लिए प्रसाद देने में जुट गई थी. प्रसाद के रूप में पहला दिन दाल,चावल, सब्जी, फुलौरी इत्यादि बनाया गया. आम से लेकर खास सभी लोग त्यौहार शुरू होते ही भक्ति भाव में मशगूल देखे गए.इस
अवसर पर भाजपा के प्रदेश मंत्री तथा नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड के स्वतंत्र निर्देशिका डॉक्टर पूनम शर्मा के आवास पर भी नहाए खाय के दिन काफी संख्या में लोग प्रसाद ग्रहण करने के लिए पहुंचे.इस संबंध में भाजपा प्रदेश मंत्री ने बताया कि लोक आस्था का महापर्व छठ कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है. धर्म शास्त्र में मान्यता है कि छठ पूजा करने वालों को सुख-समृद्धि धन वैभव यश और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है.खासकर जो महिलाएं यह व्रत रखती हैं उनकी संतानों को दीर्घायु और सुख समृद्धि प्राप्त होती है.संतान की प्राप्ति भी होती है. इसके साथ यह व्रत करने से निरोगी जीवन का आशीर्वाद भी मिलता है. छठ पर्व भारत के कुछ कठिन पर्वों में से एक है जो चार दिवस तक चलता है. इस पर्व में 36 घंटे निर्जला (बिना पानी) का व्रत रख सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है और उन्हें अर्घ्य दिया जाता है.इस पर्व में विश्व के एकमात्र प्रत्यक्ष देव भगवान सूर्य देव की आराधना की जाती है.छठ पर्व श्रद्धा और आस्था का प्रतीक माना जाता है. बताते चलें कि शनिवार को खरना का प्रसाद बनाया
जाएगा.उसके बाद छठ व्रती महिलाओं का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो जाएगा.दूसरी तरफ छठ व्रती महिलाओं के ऊपर इस बार महंगाई का भी मार पड़ा है. सूप दौरा से लेकर सेब,नारंगी, केला नारियल साँचा आदि सभी पिछले वर्ष की तुलना में 20% महंगा बिक रहा है.