
(धर्मेंद्र कुमार की रिपोर्ट)

Sheikhpura:-शेखपुरा में अपने पत्नी और चार महीने के नवजात बच्चे को गंगा में फेंक हत्या करने के मामले में पुलिस अधीक्षक ने सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस अधीक्षक ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि महिला को अपने देवर से ही इश्क लड़ाना पति को नागवार गुजरा और उसकी साजिश अन हत्या कर दी गई. हत्या के दरमियान पहले महिला और उसके 4 महीने के बच्चे को दवा देकर बेहोश किया गया और बाद में एंबुलेंस पर लादकर गंगा नदी में मुंगेर में ले जाकर फेंक दिया गया था.


प्रेम विवाह के बाद भी पहले प्यार को नहीं भुला पा रही थी महिला

दरअसल यह खौफनाक घटना शेखपुरा जिले के नगर परिषद शेखपुरा क्षेत्र अंतर्गत गिरहिंडा मोहल्ले से जुड़ा हुआ है.इसी मोहल्ले के निवासी नवल यादव के पुत्र आशीष कुमार एक निजी क्लीनिक का संचालन करते हैं.दो वर्ष पूर्व उन्होंने बोकारो की रहने वाली मदन यादव की पुत्री दिव्या कुमारी से प्रेम विवाह किया था.बिहारशरीफ में स्थित मनीराम अखाड़ा में दोनों की धूमधाम से शादी हुई और दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें भी खाई थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताए गए घटनाक्रम के अनुसार शादी से पहले दिव्या कुमारी अपने ही देवर अश्विनी कुमार से भी प्यार करते थी. आशीष कुमार से शादी के बाद भी दिव्या कुमारी का अपने ही देवर से बातचीत करना और प्रेम प्रसंग करन जारी रहा.. इस दौरान आशीष के घरवाले दिव्या से प्रेम विवाह करने को लेकर काफी नाराज चल रहे थे. इसलिए आशीष कुमार दिव्या के साथ बोकारो में रहकर साइबर कैफे चला कर जीवन यापन कर रहा था. इस दरमियान विद कुमारी दो बच्चों की मां भी बन गई. दो बच्चों की मां होने के बावजूद दिव्या कुमारी का अपने देवर के प्रति प्रेम कम नहीं हुआ और वह अपने पहले आशिक को भुला नहीं पा रही थी.
अवैध संबंध को लेकर पति ने दी मौत की सजा
अपने ही छोटे भाई से अपनी पत्नी का अवैध संबंध होना आशीष कुमार को काफी नागवार गुजरा. उसने अपने पिता के इशारे पर बोकारो से पत्नी को समझौता कराकर पहले शेखपुरा लाया और उसकी हत्या करके लाश को गंगा नदी में फेंक दिया. हत्या करने से पहले दिव्या और उसके बेटे को बेहोश किया गया था. इसके बाद आशीष कुमार ने अपने मित्र तथा एंबुलेंस चालक सुनील चौधरी के साथ दोनों को एंबुलेंस ले जाकर मुंगेर में गंगा नदी में फेंक दिया. मामले का खुलासा पुलिस के टेक्निकल टीम द्वारा मोबाइल लोकेशन तथा बातचीत के आधार पर किया गया. अपनी पत्नी और बेटे की हत्या के बाद पति ने भी स्वीकार ली है. पुलिस ने आशीष कुमार उसके पिता डॉक्टर नवल यादव और एंबुलेंस चालक सुनील चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है.पुलिस कप्तान ने इस अजबूझ पहेली को सुलझाने में महज 19 दिन का वक्त लिया और सारे घटनाक्रम का पर्दाफाश कर दिया