
Sheikhpura:-शेखपुरा में संपन्न हुए जदयू पार्टी के संगठनात्मक चुनाव के बाद पार्टी के अंदर चल रही कलह खुलकर सामने आ रही है.पार्टी के वर्तमान जिला अध्यक्ष तथा शेखपुरा के पूर्व विधायक रणधीर कुमार सोनी भले ही पार्टी में सब कुछ ठीक होने की बात कह रहे हैं. लेकिन कार्यकर्ताओं और नेताओं का विरोध यह बता रहा है कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.जदयू नेता विपिन

चौरसिया ने भी राजनीतिक दबाव बनाकर चुनाव संपन्न कराने का आरोप लगाया है.प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शेखपुरा जिला में जदयू पार्टी को एक गिरोह चला रहा है.उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर जिले के सभी प्रखंडों में चुनाव पर्यवेक्षक पर जदयू एक खास के द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा था और उसका यह नतीजा रहा कि कई प्रखंडों में बिना चुनाव कराये ही प्रखंड अध्यक्ष घोषित कर दिए गए, जो काफी शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि शेखपुरा नगर परिषद में भी 94 मतदाताओं के आगे मतदान के लिए टिक लगाए गए थे, लेकिन बैलट बॉक्स में 199 मत मिले.उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के दौरान जदयू बॉस ने अपने चहेते को जिताने के लिए अतिरिक्त एक-एक सौ बैलट पेपर दिए गए हैं,ताकि चुनाव का रुख बदला ना जा सके.विपिन चौरसिया ने कहा कि शेखपुरा नगर परिषद का चुनाव मुख्यालय में होना था.लेकिन कुछ साजिशों के तहत महसार गांव में कराया गया.इसकी जांच के लिए प्रदेश के पार्टी अधिकारियों को पत्र लिखकर कार्रवाई करने का मांग किया गया है.इसका निष्पक्ष जांच कराने का मांग किया है.
साथ ही उन्होंने कहा कि इससे साफ अंदाजा लगाया जाता है कि जदयू में कुछ गिरोह काम कर रहे हैं बाकी संगठन का इससे कोई लेना-देना नहीं है.पूर्व जिला अध्यक्ष डॉक्टर अर्जुन प्रसाद के बाद विपिन चौरसिया द्वारा मोर्चा खोलने के बाद जिले में चर्चा का विषय बन गया कि जदयू जिला अध्यक्ष की कुर्सी भी कहीं खतरे में ना पड़ जाए.वरिष्ठ कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार विरोध के बाद यह चर्चा होनी शुरू हो गई है कि जदयू के वर्तमान जिलाध्यक्ष रणधीर कुमार सोनी का कहीं न कहीं पार्टी में पकड़ कम हो रहा है. वह इस मामले पर रणधीर कुमार सोनी ने कहा कि विरोधी खेमे को अपनी हार नहीं पच रही है. इसलिए वे सोशल मीडिया पर अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं.


