Barbigha:-वैसे तो इंदिरा आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर आवास सहायकों के ऊपर अवैध वसूली का आरोप लगता ही रहता है.लेकिन बरबीघा प्रखंड के दो अलग-अलग पंचायतों की आवाज सहायको का घूस लेते वीडियो वायरल होने के बाद इस बात को और बल मिल गया है. रविवार को बरबीघा प्रखंड के जगदीशपुर और केवटी पंचायत के आवास सहायक संजीव लोचन और पाक और कुटौत पंचायत की आवास सहायक पप्पू कुमार
का घूस लेते वीडियो वायरल हुआ है. दोनों के द्वारा घूस लेते बनाया गया यह वीडियो जगदीशपुर पंचायत के उखदी गांव का बताया जा रहा है. वीडियो में एक युवक पीछे से पैसों की कमी होने की बात भी कह रहा है.जिस पर संजीव लोचन कहते है कि किसी और से लेकर अभी हमें दे दो बाद में मैनेज कर लेना.लाभुक द्वारा तय रुपया नहीं देने पर दोनों आगे बढ़ जाते हैं. इसके बाद मजबूरी बस लाभुक उनके पीछे पीछे जाकर तय की गई राशि का भुगतान करता है.पैसा लेने के बाद संजीव लोचन और पप्पू कुमार तुरंत अपने-अपने पॉकेट में रख लेते हैं. घूस लेने की यह सारी घटना एक युवक अपने मोबाइल में कैद करके वायरल कर देता है. हालांकि पैसा लेन देन की यह घटना शनिवार का ही बताया जा रहा है.हालांकि वीडियो कि अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है.हमारी शेखपूरा लाइव न्यूज़ पोर्टल भी इस वीडियो की पुष्टि नहीं करती है.वही विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पप्पू कुमार बरबीघा प्रखंड के सभी नौ पंचायतों के आवाज सहायकों का सुपरवाइजर भी बनाए गए हैं.
पूर्व में भी दोनों पर लगे गंभीर आरोप,नहीं हुई कार्रवाई
गौरतलब हो कि पप्पू कुमार के ऊपर बरबीघा प्रखंड के पूर्व जदयू अध्यक्ष उदय सिंह ने पूरे सबूत के साथ गंभीर आरोप लगाते हुए डीएम के पास आवेदन भी दिया था.उदय सिंह ने आरोप लगाया था कि पप्पू कुमार के द्वारा ऐसे लाभुकों को भी इंदिरा आवास योजना का लाभ दिया गया जिनके पास पक्का मकान के साथ वाहन के भी मालिक थे.यही नहीं पप्पू कुमार के ऊपर एक ही घर में एक ही परिवार को दो-दो बार योजना का लाभ देने का भी आरोप लग चुका है.यह खबर स्थानीय अखबारों में भी छपी थी. लेकिन जांच के नाम पर खानापूर्ति करके विभाग द्वारा मामले पर लीपापोती कर दिया गया था. वही संजीव लोचन के ऊपर पंचायत के वार्ड सदस्य विजय यादव ने भी आवास योजना का लाभ देने के बदले बीस बीस हज़ार घूस मांगने का आरोप लगाया था.हालांकि बाद में इस मामले पर भी जांच पड़ताल करके लीपापोती कर दिया गया था.अब दोनों का घूस लेते वीडियो वायरल होने के बाद सबकी निगाहें जिलाधिकारी के ऊपर टिक गई है.ऐसा माना जा रहा कि मामला सत्य पाया जाने पर दोनों को नौकरी से बर्खास्त भी किया जा सकता है. मामले पर जिलाधिकारी ने बताया कि उनके संज्ञान में भी मामला लाया गया है.उच्च स्तरीय जांच पड़ताल कराई जाएगी जांच पड़ताल में मामला सत्य पाया जाने पर दोनों को बर्खास्त कर दिया जाएगा.वही संबंधित आवास सहायकों ने इसे जांच का विषय बताते हुए इस पर किसी प्रकार का कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया.