बरबीघा:- देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के प्रति कुलपति डॉ चिन्मय पंड्या सोमवार को बरबीघा स्थित गायत्री शक्तिपीठ पहुंचे.गायत्री परिवार से जुड़े वरिष्ठ सदस्यों ने उनका भव्य स्वागत भी किया. इस अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ बरबीघा के प्रांगण में गायत्री परिवार के संस्थापक वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य एवं उनकी
सहधर्मिणी माता भगवती देवी शर्मा जी के सूक्ष्म अवतरण का प्रतीक “प्रखर प्रज्ञा-सजल श्रद्धा”समारोह का आयोजन किया गया.समारोह उद्घाटन डॉ चिन्मय पांड्या द्वारा किया गया.उन्होंने शेखपुरा जिला के गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज का यह दिन निश्चित रूप से हम लोगों के लिए सौभाग्य का प्रतीक है. हम सब पूज्य गुरुदेव के सुक्ष्म अवतरण के साक्षी बने हैं.साथ ही साथ उन्होंने बताया कि अगर व्यक्ति को स्वयं के ऊपर भरोसा एवं लक्ष्य के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा हो तो असंभव लक्ष्य को भी प्राप्त कर सकता है. लोगों को अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए एकलव्य की भांति बनाना पड़ेगा.उन्होंने बताया कि गुरु अपने शिष्यों में भेदभाव नहीं करते बल्कि शिष्यों को उनकी पात्रता के अनुरूप ही गुरु का अनुदान-वरदान मिलता है. गायत्री परिवार के सदस्यों से उन्होंने पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित विपुल साहित्य को जन मानस में फैलाने एवं उनके संदेश को जन -जन,घर -घर, तथा गली-गली तक पहुंचाने के लिए सार्थक प्रयास करने की आग्रह की. उन्होंने कहा कि ज्ञान का प्रकाश फैलने के बाद ही लोगों के विचारों का परिष्कार हो सकेगा और धरती पर स्वर्ग के अवतरण का उनका स्वप्न साकार रूप ले सकेगा.इसी संकल्प को दोहराते हुए उन्होंने अपनी वाणी को विराम दिया. मौके पर गायत्री परिवार से जुड़े डॉ सीबी शर्मा,प्रणव प्रसून, दीपेश कुमार राकेश कश्यप सहित अन्य लोग उपस्थित