बरबीघा:-एक बार फिर से बरबीघा प्रखंड सहित पूरे जिले में खाद के लिए किसानों के बीच मारामारी मची हुई है.तड़के सुबह लाइन में लगने के बाद भी शाम तक कई किसानों को खाद नसीब नहीं हो पा रहा है.ऊंचे दाम पर खाद खरीदने के लिए किसान जहां-तहां दुकानों की खाक छान रहे हैं.ऐसे में भाजपा के प्रदेश मंत्री तथा नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड के स्वतंत्र निर्देशिका डॉक्टर पूनम शर्मा खुलकर किसानों के
समर्थन में उतर गई है.बुधवार को मीडिया कर्मियों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकार के मांग के अनुरूप खाद की आपूर्ति की जा रही है. लेकिन राज्य भर में खाद की कालाबाजारी के कारण किसानों को समय पर खाद नहीं मिल पा रहा है.राज्य सरकार से लेकर संबंधित जिले के जिलाधिकारी तक खाद की कालाबाजारी रोकने में पूरी तरह से असमर्थ है.खाद की कालाबाजारी में बिचौलियों और दलालों के साथ-साथ पदाधिकारियों की संलिप्तता का भी उन्होंने आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार में पूरी तरह से डूब चुकी है.पदाधिकारियों के ऊपर सरकार का असफल नियंत्रण भ्रष्टाचार और कालाबाजारी को बढ़ावा दे रहा है. शेखपुरा जिले में खाद की कालाबाजारी को लेकर उन्होंने जिलाधिकारी सावन कुमार से भी बातचीत किया है.डॉक्टर पूनम शर्मा ने बताया कि एक-दो दिन के अंदर अगर खाद की कालाबाजारी समाप्त नहीं हुई तो किसानों के हित में महा धरना भी दिया जाएगा.हालांकि डॉक्टर पूनम शर्मा के पहल पर जिलाधिकारी ने तत्काल इस समस्या पर एक्शन लेने का आश्वासन दिया है.गौरतलब हो कि पिछले दो दिनों से बरबीघा प्रखंड में ही खाद के लिए मारामारी की स्थिति बनी हुई है. खाद्य वितरण के लिए पुलिस तक का सहारा लेना पड़ा है.
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 1300 बोरा खाद का आवंटन कुछ दिन पहले बरबीघा बिस्कोमान भवन को किया गया था.लेकिन बुधवार की दोपहर तक खाद की किल्लत का हवाला देकर खाद वितरण बंद कर दिया गया. प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि खूंखार वितरण की स्थिति पर नियंत्रण रखे हुए हैं. हालांकि प्रशासनिक पहल के बावजूद खाद की कालाबाजारी रुकने का नाम नहीं ले रही है.