बरबीघा:-प्रखंड क्षेत्र के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में धड़ल्ले से अवैध क्लीनिक का संचालन बदस्तूर जारी है.अकेले बरबीघा नगर क्षेत्र में ही एक दर्जन से अधिक गैर निबंधित क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं.इन क्लिनिको में एमबीबीएस डॉक्टर का फर्जी बोर्ड लगाकर कंपाउंडर के द्वारा ऑपरेशन तक की घटना को अंजाम दिया जाता है. इन ऑपरेशन के दौरान कई बार इन फर्जी क्लिनिको में मरीजों की मौत भी हो जाती है.लेकिन अधिकांश मामलों
में पैसे के दम पर मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है.जुलाई 2021 में बरबीघा थाना के ठीक बगल में संचालित डॉक्टर सरवन कुमार के क्लिनिक में ही एक सप्ताह के अंदर दो महिला मरीजों की मौत हो गई थी.5 जुलाई को प्रखंड हैदरचक गांव निवासी शैलेंद्र कुमार की 35 वर्षीय पत्नी करुणा देवी की मौत ऑपरेशन के बाद हुई थी.जबकि नगर क्षेत्र के नर्सरी मोहल्ला निवासी दलित नेता चांदो देवी की पुत्री गीता देवी की मौत अबॉर्शन करने के उपरांत अत्यधिक रक्तस्राव की वजह से हो गई थी.दोनों मरीज के परिवार ने जोरदार हंगामा भी किया था. सड़क पर लाश रखकर जाम करके डॉक्टर पर कार्रवाई की भी मांग की गई थी. लेकिन पैरवी और पैसों के दम पर दोनों ही मामले को बड़ी संजीदगी से रफा दफा कर दिया गया था. वही हटिया मोड़ पर संचालित एक अन्य अवैध किलनिक में ऑपरेशन के दौरान एक महिला की हुई मौत के बाद डॉक्टर अजय कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.बरबीघा में इस तरह के कई अन्य अस्पताल भी है जो गैरकानूनी तरीके से संचालित किया जा रहा है. हाल ही में बरबीघा नगर क्षेत्र के फैजाबाद रोड में बिहार शरीफ में एक निजी क्लिनिक में काम करने वाले कंपाउंडर के द्वारा भी क्लीनिक खोला गया है.न तो किलनिक का रजिस्ट्रेशन करवाया गया ना ही जिला स्वास्थ्य विभाग से अनुमति ली गई है.जानकारी के मुताबिक यहां भी ऑपरेशन करने की पूरी व्यवस्था कर दी गई है. डॉक्टर के बदले कंपाउंडर द्वारा ही मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इसके अलावा बरबीघा नगर क्षेत्र में कई जगह अनैतिक तरीके से प्रसव भी कराया जा रहा है.हालांकि दो वर्ष पूर्व तत्कालीन जिलाधिकारी इनायत खान के द्वारा इन क्लीनिको के खिलाफ एक बार छापेमारी मुहिम भी चलाया गया था. उस समय एक गैर निबंधित चलाने वाले संचालक अरविंद कुमार को जेल भेजा गया था जबकि दो अन्य पर भी प्राथमिकी दर्ज की गई थी. जानकारी के मुताबिक अरविंद कुमार के द्वारा एक बार फिर से जेल से निकलने के बाद किलनिक का संचालन अवैध तरीके से किया जा रहा है. अकेले बरबीघा के फैजाबाद रोड में कई सारे गैर निबंधित क्लीनिक कंपाउंडर के द्वारा चलाए जा रहे हैं. अगर जल्द ही स्वास्थ्य विभाग ने इस पर संज्ञान नहीं लिया तो धीरे-धीरे कुकुरमुत्ता की तरह पूरे बरबीघा को फर्जी डॉक्टर का सिंडिकेट अपने आगोश में ले लेगा