Sheikhpura:-शेखपुरा जिले में 13 जनवरी को नगर पालिका चुनाव में निर्वाचित मुख्य पार्षद उप मुख्य पार्षद तथा पार्षद के लिए होने वाले शपथ ग्रहण से पहले चर्चाओं का दौर गर्म हो चुका है.दरअसल शेखपुरा नगर परिषद से नवनिर्वाचित मुख्य पार्षद रश्मि कुमारी के शपथ ग्रहण पर ग्रहण लगता नजर आ रहा है.पिछले खबर में हमने बताया था कि शेखपुरा नगर परिषद की जीती हुई मुख्य पार्षद रश्मि कुमारी का जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया था. इस बात की पुष्टि पटना के जिलाधिकारी और पटना सिटी के अनुमंडल अधिकारी के अलावा दनियामा के
अंचलाधिकारी द्वारा लिखित रूप से कर दिया गया है.यही नहीं सरकार के पोर्टल पर से भी जाति प्रमाण पत्र को हटा दिया गया है. गुरुवार की संध्या सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से वायरल होने के बाद शेखपुरा के जिलाधिकारी सावन कुमार भी हरकत में आ गए हैं. आनन-फानन में उन्होंने भी तुरंत राज्य निर्वाचन आयोग के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कल के शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए मुख्य पार्षद रश्मि कुमारी के संबंध में उचित मार्गदर्शन मांगा है. डीएम सावन कुमार के पत्र में भी इस बात का उल्लेख किया गया कि निर्वाचित मुख्य पार्षद रश्मि कुमारी के जाति प्रमाण पत्र फर्जी होने की शिकायत की गई थी. जिसकी जांच के लिए पटना जिला अधिकारी को भेजा गया था. वहां से जांच कर यह बताया गया कि रश्मि कुमारी का जाति प्रमाण पत्र फर्जी है.जिलाधिकारी सावन कुमार द्वारा राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव को चिट्ठी लिखने के बाद से जिलेभर में यह चर्चा हो रही की कहीं रश्मि कुमारी कल के शपथ ग्रहण से वंचित ना हो जाए. बताते चलें कि रश्मि कुमारी के पति पूरनकामा गांव निवासी विजय कुमार खुद पिछड़ी जाति से आते हैं. जबकि चुनाव में अनुसूचित जाति महिला के लिए नगर परिषद शेखपुरा का सीट आरक्षित किया गया था. ऐसे में विजय कुमार ने अपनी पत्नी का जो जाति प्रमाण पत्र दिया था वह दनियामा अंचल कार्यालय से महेंद्र मांझी की पुत्री रश्मि कुमारी के रूप में अनुसूचित जाति के महिला का बना कर दिया गया था. लेकिन जांच पड़ताल में यह बात असत्य पाई गई और उनके जाति प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया गया है. खुद महेंद्र मांझी ने लिखित रूप से इस बात से पदाधिकारियों को अवगत कराया कि उन्हें रश्मि कुमारी नाम की कोई पुत्र नहीं है.अब सभी लोगों को शपथ ग्रहण के दिन की सुबह का इंतजार है.