बरबीघा:- प्रखंड क्षेत्र के मालदह पंचायत के अंतर्गत मालदह गांव में स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र मालदह में स्वास्थ्य सुबिधाओं में सुधार को लेकर अनिश्चितकालीन धरना की शुरुआत की गई है. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लड़ने के लिए गांव स्तर पर बनाई गई “आम हिंदुस्तानी मंच” के बैनर तले यह धरना दिया जा रहा है. धरना की अगुवाई ग्रामीण मुरारी शेखर द्वारा किया जा रहा
है.स्वास्थ्य उपकेंद्र के ठीक बगल में हाई स्कूल के पास शांतिपूर्ण तरीके से धरना दिया जा रहा है. इस संबंध में मुरारी शेखर ने बताया कि नियमानुसार अस्पताल को 24 घंटे लगातार खुलना चाहिए.लेकिन सिर्फ एक आयुष चिकित्सक डॉक्टर जितेंद्र कुमार प्रियदर्शी प्रतिदिन सिर्फ दो घंटे के लिए आते हैं. वे 1:00 बजे ही अस्पताल में ताला लगाकर वापस ले जाते है. इस वजह से क्षेत्र के हजारों लोगों को आकस्मिक स्वास्थ्य सेवा का लाभ नहीं मिल पाता है.एक समय था जब अस्पताल में डिलीवरी की व्यवस्था रहती थी. वर्तमान में डिलीवरी तो दूर सही से लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही है. आधी रात को बीमार पड़ने पर संपन्न लोग तो अपने निजी वाहन से बड़े अस्पतालों की ओर रुख कर जाते हैं. लेकिन गरीबों को कोई देखने वाला भी नहीं होता है. मुरारी शेखर ने कहा कि जब तक स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में सुधार नहीं होगा तब तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा.उधर जानकारी मिलते ही भाजपा के प्रदेश मंत्री डॉ पूनम शर्मा भी कुछ समय के लिए धरना कार्यक्रम में शामिल हुई. उन्होंने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है.सरकार द्वारा आंकड़ों का खेल दिखा कर बिहार के लोगों को गुमराह किया जा रहा है.वही मौके पर मौजूद चिकित्सक डॉ जितेंद्र कुमार प्रियदर्शी ने बताया कि यहां एक अन्य चिकित्सक डॉ साकेत भारती का भी पोस्टिंग है. लेकिन बरबीघा रेफरल अस्पताल से दो चिकित्सक मनीष नारायण और रविरंजन कुमार का सदर अस्पताल शेखपुरा ट्रांसफर होने के बाद साकेत भारती का डेपुटेशन बरबीघा अस्पताल में कर दिया गया है. उनका डेपुटेशन होने के बाद ही अतिरिक्त स्वास्थ्य उपकेंद्र मालदह में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है.वही उन्होंने कहा कि वे प्रत्येक दिन सुबह 8:00 बजे से लेकर 2:00 बजे तक अस्पताल में मौजूद रहते हैं.