गांव स्तर पर रोजगार और शिक्षा की अलख जगा रही शबनम लता..महिलाओं और बच्चों की बदल रही तस्वीर

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बरबीघा:-समाजसेवी तथा जदयू नेत्री शबनम लता के द्वारा महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के साथ-साथ बच्चों के बीच शिक्षा की अलख जगाने का सार्थक प्रयास अब रंग लेने लगा है.बिना किसी संवैधानिक पद पर रहते हुए शबनम लता के द्वारा यह प्रयास लताराज फाउंडेशन के बैनर तले किया जा रहा है. इसके तहत शेखोपुर सराय प्रखंड के कई गांव में निशुल्क सिलाई प्रशिक्षण सेंटर के अलावा बच्चों के लिए कोचिंग सेंटर भी चलाए जा रहे हैं.शुक्रवार को शबनम लता के द्वारा सभी सिलाई सेंटर का बारीकी से निरीक्षण भी किया गया.शबनम लता ने बनाया कि उनके इस प्रयास से क्षेत्र की महिलाएं स्वावलंबी व सशक्त बन रही है.उनकी छोटी सी पहल पर जहां गांव के बच्चों शिक्षित हो रहे हैं वहीं, महिलाएं हुनरमंद बन रही है.बता दें कि शबनम लता पटना के एडीएम अजय कुमार सिन्हा की धर्मपत्नी है.जिनका मायका सर्वा गांव जबकि ससुराल बेलाव गांव है. बीते जिला परिषद के चुनाव में शबनम लता शेखोपुरसराय प्रखंड से चुनाव भी लड़ी थी.हालांकि चुनाव में तो वो हार गई लेकिन चुनाव के दौरान जनता से किए गए वादों को निभाने में लगी हुई है. शबनम लता ने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न गांवों में दौरा किया तो देखा था कि अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को शिक्षा सही तरीके से नहीं मिल पा रही है. हुनर ना होने के अभाव में महिलाएं खुद को स्वावलंबी बनाने में भी बहुत पीछे दिखी थी. चुनाव के पश्चात शबनम लता ने ग्रामीण असहाय महिलाओं और उनके बच्चे के प्रति कुछ करने का प्रण लिया था. परिणाम स्वरुप शबनम लता ने गांव-गांव का दौरा कर निःशुल्क कोचिंग सेंटर एवं महिलाओं के निःशुल्क सिलाई प्रशिक्षण केंद्र खुलवाया. आज एलआर फाउंडेशन के तहत शबनम लता ने शेखोपुरसराय के दर्जनों गांव में 25 निःशुल्क कोचिंग संस्थान और 18 निःशुल्क सिलाई प्रशिक्षण केंद्र संचालित कर लोगों को शिक्षित व हुनरमंद बना रही है.शबनम लता ने बताया कि महंगाई व बेरोजगारी के इस दौर में महिलाएं प्रशिक्षण लेकर पूरी तरह आत्मनिर्भर बनेगी और अपने परिवार की उन्नति में अपना भरपूर सहयोग करेंगी.साथ ही अब हमारी संस्था गांव के बच्चों को कोचिंग में निःशुल्क शिक्षा दे रही है.हमारे कोचिंग में स्थानीय शिक्षित युवक ही कोचिंग में पढ़ा रहे है ताकि वो भी कुछ आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर हो सके. शबनम लता ने कहा कि राजनीति से हटकर हमें जो गरीबों के बच्चे और ग्रामीण महिलाओं के प्रति काम करने का अवसर मिला मैं इसके लिए ईश्वर का शुक्रगुजार हूँ



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