(शेखपुरा से धर्मेंद्र की रिपोर्ट)शेखपुरा रेलवे स्टेशन के खंडहर नुमा परिसर में हल्की मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया.मृतक महिला की पहचान नवादा जिला के पकरीबरावां थाना क्षेत्र अंतर्गत बरियापुर गांव निवासी सुरेंद्र चौहान की पुत्री सुलेखा देवी के रूप में की गई है.लाश के पास में ही मृतक महिला के 5 वर्षीय पुत्र और 3 वर्षीय पुत्री बिलख बिलख कर रो रही थी. एक पल के लिए जिसने भी यह दृश्य देखा सबका दिल पसीज गया. फिलहाल रेलवे पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है.
मानसिक रूप से काफी परेशान लग रही थी महिला
मरने से पहले मानसिक रूप से महिला काफी परेशान लग रही थी. स्थानीय लोगों के साथ-साथ कुछ मीडिया कर्मियों ने महिला को मरने से कुछ घंटे पहले सदर अस्पताल के आसपास रोते हुए देखा था. मीडिया कर्मियों ने महिला से उनकी परेशानी का कारण भी पूछा था. लेकिन वह साफ-साफ कुछ भी बताने से इंकार कर रही थी.
प्रेम प्रसंग में शादी के बाद धोखा मिलने से परेशान थी महिला
मीडिया कर्मियों को दिए गए जानकारी के अनुसार महिला प्रेम प्रसंग में दूसरी शादी करने के बाद काफी परेशान चल रही थी. महिला ने बताया था कि उसकी पहली शादी शेखपुरा जिले के अरियरी थाना क्षेत्र अंतर्गत बेलछी गांव में हुई थी.पहली पति को छोड़कर महिला ने दूसरी शादी नालंदा जिला के बेला बहुरिया गांव निवासी एक व्यक्ति से किया था हालांकि बातचीत के दौरान दूसरे पति का नाम महिला द्वारा नहीं बताया गया था.महिला ने बताया कि दूसरा पति भी उसे अपने घर कभी लेकर नहीं गया.महिला को उसका दूसरा पति बिहार शरीफ में रेलवे स्टेशन के आसपास एक किराए के मकान में रखता था.हालांकि महिला ने यह भी बताया कि दूसरा पति उससे बेहद प्यार करता था.
दूसरे पति की हत्या की बात सुन काफी परेशान हो गई थी महिला
महिला ने आगे बताया कि कुछ दिन पहले उसके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से फोन आया और दूसरे पति की हत्या होने की बात बताई गई. दूसरे पति से संपर्क भी नहीं हो पा रहा था.इस वजह से महिला काफी परेशान चल रही थी. महिला लगातार इन्साफ के लिए पुलिस के पास जाने की बात कर रहे थी. स्थानीय लोगों ने उसे थाना जाने का सलाह दिया था. लेकिन परेशान महिला ने एक बड़ा कदम उठाते हुए दो छोटे-छोटे बच्चों के सामने ही रेलवे स्टेशन के खंडहर नुमा परिसर में अपने हिसाब से फांसी लगा लिया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है.