Sheikhpura: बरबीघा रेफरल अस्पताल में प्राण प्रतिष्ठा के साथ शुक्रवार को भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग की स्थापना हो गई. तीन दिनों तक चले धार्मिक अनुष्ठानों के बाद पूरे वैदिक मंत्रोच्चारण से शिवलिंग स्थापित किया गया. अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ आनंद कुमार और उनकी धर्मपत्नी के द्वारा पूजा के तमाम विधियों को संपन्न कराया गया. अनुष्ठान के पहले दिन कलश यात्रा भी निकाली गई थी.
अस्पताल परिसर से लोग माथे पर कलश रखकर सबसे पहले बरबीघा थाना में ही स्थित थानेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे. वहां के कुए से जल भरकर लोगों ने भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग पर जलाभिषेक किया. गाजे-बाजे के साथ निकाली गई इस कलश यात्रा में स्थानीय लोगों ने बढ़ चढ़कर अपनी हिस्सेदारी दिखाई. शुक्रवार को संध्या में भंडारे के साथ ही इस आयोजन का समापन हो गया. इस संबंध में डॉ आनंद कुमार ने बताया कि भगवान भोलेनाथ को कालों का काल यानी महाकाल कहा जाता है. उनकी पूजा-अर्चना करने से तमाम बड़े कष्टों से निवारण मिलता है.
अस्पताल में शिवलिंग की स्थापना होने से स्वास्थ्य कर्मियों को विभिन्न अवसर पर पूजा अर्चना करने के लिए अब दूसरी जगह जाना नहीं पड़ेगा. वहीं अस्पताल परिसर में आने वाले रोगियों को भी भगवान से प्रार्थना करने का सौभाग्य प्राप्त होगा. दुनिया का सबसे बड़ा डॉक्टर ईश्वर ही होता है. मरीजों को डॉक्टर के साथ साथ ईश्वर पर भी विश्वास रखना चाहिए.