डीएम ने फाइलेरिया की दवा खाकर किया अभियान का शुभारंभ..घर-घर जाकर लोगों को खिलाई जाएगी दवा

Please Share On

(शेखपुरा से धर्मेंद्र की रिपोर्ट)शेखपुरा में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान का शुभारंभ शुक्रवार को जिलाधिकारी सावन कुमार ने सदर अस्पताल में दीप प्रज्वलित कर व स्वयं दवा खाकर किया. फाइलेरिया से मुक्ति के लिए जिले में 6 लाख 85 हजार लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है.जिलाधिकारी सावन कुमार ने इस अभियान में

आमजन मानस को आगे आकर सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है.इस दवा को कोई व्यक्ति खाली पेट न खाएं बल्कि खाना खाने के बाद ही इस दवा का सेवन करें.फाइलेरिया (हाथी पांव) जैसे बीमारी से लोगों को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम 10 फरवरी 23 फरवरी से  घर-घर जाकर लोगों को मुफ्त दवा खिलाने व वितरण करने का कार्य करेगी.



इसके लिये स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रखंड से लेकर पंचायत स्तर पर व्यापक प्रचार प्रसार प्रारम्भ कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम जगह- जगह पोस्टर लगा रही है. पोस्टर के माध्यम से बताया जा रहा है कि फाइलेरिया बीमारी मच्छर के काटने से होता है.साल में सिर्फ एक बार दवा लेने से बचा जा सकता है.इस बीमारी से इसके लक्षण मच्छर काटने के 10-15 साल बाद दिखाई देता है.

फाइलेरिया का कोई इलाज नहीं है. साल में सिर्फ एक बार दवा लेने मात्र से इस बीमारी से बचा जा सकता है. अन्यथा एक मच्छर आपको जिंदगी भर के लिये विकलांग बना सकती है.फाइलेरिया से बचाव हेतु अपने घर के आसपास जल जमाव व गंदगी नहीं होने दें, ताकि मच्छर उत्पन नहीं हो.मच्छरदानी का प्रयोग हमेशा करें. फाइलेरिया की दवा दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाएं तथा गंभीर रूप से बीमार मरीजों को नहीं लेने की सलाह दी गई है.

उनके द्वारा बताया गया कि विगत माह में नाईट ब्लड सर्वे से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जिले में हाथी पांव के 1232 एवं हाइड्रोसील से संबंधित 634 मरीज चिन्हित किया गया है.इनमें से 292 लोगों को ऑपरेशन भी किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि 10 फरवरी से प्रारंभ होने वाले इस अभियान को मिशन मोड में चलाये जाने की आवश्यकता है.2 वर्ष से कम के बच्चे गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रूप से बीमार लोगों को छोड़कर सभी जिले वासियों को सर्वजन दवा खिलाया जाना है.यह दवा पूरी तरह सुरक्षित है.प्रथम 7 दिन के बाद एक दिन छूटे लोगों को दवा खिलाई जाएगी. उसी तरह द्वितीय चक्र में भी किया जाएगा. आशा दीदी आंगनबाड़ी सेविका अपने-अपने सभी लोगों को सर्वजन दवा का सेवन कराएंगे. साथ ही दवा खाने वाले लोगों की माॅनिटरिंग भी करनी है.जिले में इस

अभियान हेतु 322 टीम तैयार की गई जिसमें प्रत्येक टीम में 2 स्वास्थ्य कर्मी द्वारा दवा सेवन करने का कार्य किया जायेगा.अभियान के दौरान 33 सुपरवाइजर 138 वोलेंटियर तथा 506 आशा दीदी भी अपने-अपने दायित्व का पालन करेगी.उनके द्वारा यह भी बताया गया है कि जिले में सैकड़ो गांव को कवर किया जायेगा.जिला एवं प्रखंड स्तर पर अलग-अलग रैपिड रिस्पाॅन्स टीम का गठन किया गया है.किसी भी तरह की समस्या के लिए जिला एवं छ: प्रखंडों के रैपिड रिस्पाॅन्स टीम को सूचना देने का निर्देश दिया गया.

Please Share On