(शेखपुरा से धर्मेंद्र कुमार की रिपोर्ट)नीतीश सरकार के सुशासन राज्य में उत्पाद विभाग के पुलिस द्वारा तांडव मचाते हुए बच्चे,बूढ़े महिलाओं सहित अन्य लोगों के साथ बेरहमी से मारपीट करने का मामला प्रकाश में आया है. मारपीट की इस घटना में मैट्रिक की छात्रा का हाथ भी टूट गया है. जिस वजह से छात्रा 14 फरवरी से शुरू होने वाले मैट्रिक के परीक्षा से भी वंचित हो गई है. शेखपुरा उत्पाद विभाग के द्वारा छापेमारी के दौरान घरों में घुसकर इतना उत्पात मचाया गया कि यह घटना जिला में चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल शुक्रवार की
रात्रि शेखपुरा उत्पाद विभाग की टीम छापेमारी करने के लिए जिले के चेवाड़ा नगर पंचायत क्षेत्र के एक मोहल्ले में पहुंची थी. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि उत्पाद विभाग के जवान सादी वर्दी में करीब 10 गाड़ी से पहुंचे और लोगों को अंधाधुंध पीटने लगे. इस घटना में अंजली कुमारी विश्वनाथ चौरसिया राजेश साव, सुजीत कुमार सहित दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.घायल सभी लोग रात्रि में ही इलाज के लिए
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चेवाड़ा पहुंचे थे. जहां बीरेंद्र चौधरी की पुत्री निशा कुमारी की हालत ज्यादा खराब होने के कारण उसे रेफर कर दिया गया.इसमें घटना में उसके दाएं हाथ की हड्डी भी टूट गई थी.निशा कुमारी इस बार 14 फरवरी से शुरू होने वाले मैट्रिक की परीक्षा देने वाली थी.
क्या कहते हैं उत्पाद अधीक्षक
दूसरी तरफ से उत्पाद अधीक्षक सुदेश्वर लाल ने लोगों के द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का खंडन करते हुए इसे बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने ही शराब को लेकर चल रही छापेमारी के दौरान पुलिस टीम पर पथराव किया था. पथराव के कारण ही सभी लोग जख्मी हुए हैं. पुलिस द्वारा किसी की पिटाई नहीं की गई है. वह सूत्रों की मानें तो 2 दिन पहले उत्पाद विभाग ने उक्त मोहल्ले में छापेमारी किया था.
नीतीश के राज में उत्पाद विभाग का तांडव छात्रा का हाथ तोड़ने का आरोप pic.twitter.com/mIPW3PYWkc
— Sheikhpura Live (@LiveSheikhpura) February 11, 2023
छापेमारी के दौरान कुछ शराब कारोबारियों के द्वारा उत्पाद के अधिकारियों के साथ बदतमीजी किया गया था. शुक्रवार को ऐसे ही शराब कारोबारियों को सबक सिखाने के लिए पुनः उत्पाद विभाग की टीम पहुंची थी लेकिन इस बार कुछ बेकसूर भी उसकी चपेट में आ गए.