Barbigha:-प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत सोमवार को शेखपुरा जिले के सभी पीएचसी, सीएचसी रेफरल अस्पताल सहित सदर अस्पताल में शिविर आयोजित कर गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व जांच की गई. इसके अलावा उन्हें जरूरी चिकित्सकीय परामर्श के साथ-साथ रहन-सहन, साफ-सफाई ,खान-पान तथा गर्भावस्था के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां आदि के बारे में जानकारी प्रदान की गई. गर्भवती महिलाओं को जागरूक करने का उद्देश्य सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा देना और मातृ शिशु मृत्यु दर में पर विराम लगाना है.
इस संबंध में अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ फैसल अरशद ने बताया कि शिविर के दौरान स्वास्थ्य केंद्रों पर महिला चिकित्सक व नर्स आदि के द्वारा गर्भवती महिलाओं की बजन,बीपी, शुगर, ब्लड प्रतिशत के साथ एएनसी, ब्लड,यूरीन, एचआईवी, ब्लड ग्रुप,हार्टबीट आदि की भी जांच की गई और परामर्श के साथ ही उन्हें आयरन कैल्शियम की दवाई मुफ्त दी गई. गर्भवती महिलाओं को एनीमिया से बचाव के बारे में भी चिकित्सकों द्वारा जानकारी दिया गया
डॉक्टर फैसल अरशद ने बताया कि जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत ग्रामीण एवं शहरी दोनों प्रकार की गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पताल में प्रसव कराने के बाद अलग-अलग प्रोत्साहन राशि सरकार द्वारा प्रदान की जाती है. इसमें ग्रामीण इलाके की गर्भवती महिलाओं को ₹1400 एवं शहरी क्षेत्र की महिलाओं को ₹1000 दिया जाता है. इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए सरकारी अस्पतालों पर संदर्भित करने के लिए आशा कार्यकर्ता को भी प्रोत्साहन राशि देने का प्रधान है.इसमें प्रत्येक ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कर्मियों के लिए ₹600 जबकि ₹400 का भुगतान आशा कर्मियों को किया जाता है
गर्भवती महिलाओं का इलाज कर रही डॉ सुनीता सिन्हा ने बताया कि प्रसव अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत जांच करानी चाहिए. समय पर जांच कराने से किसी भी प्रकार की परेशानी शुरुआती दौर में ही पता चल जाने से उसे दूर किया जा सकता है. गर्भवती महिलाओं को समुचित जांच मिले इसके लिए प्रत्येक माह की 9 या 10 तारीख को मुफ्त जांच शिविर भी अस्पतालों में लगाई जाती है.