(शेखोपुर सराय से अमित कुमार की रिपोर्ट)शेखोपुर सराय प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत वेलाव पंचायत के पनयपुर गांव का हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहा है.मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना में शामिल हर गांव पक्की नाली और गली योजना का लाभ आज भी इस गांव के ग्रामीणों को नहीं मिल पाया है.वर्षों से ग्रामीणों को नली गली की समस्या से जूझना पड़ रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि विभिन्न चुनाव में जनप्रतिनिधि गांव के विकास के दावे तो करते हैं.लेकिन चुनाव संपन्न होने के बाद गांव की ओर ताकते भी नहीं है.बिहार सरकार के द्वारा भी करोड़ों की राशी पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि को भेजा जाता है.जिससे कि ग्रामीणों को सुविधा मिल सके और गांव का विकास हो सकें. लेकिन जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की उपेक्षा का पनयपुर गांव के ग्रामीण आज भी शिकार हैं.
इस संबंध में जानकारी देते हुए स्थानीय ग्रामीण नंदे पासवान, उमेश पासवान, गीता देवी, आशा देवी सहित कई लोगों ने बताया कि इस समस्या को लेकर स्थानीय जिला पदाधिकारी एवं प्रखंड पदाधिकारी को अवगत कराया गया था.लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई पहल नहीं किया गया है. जिस कारण ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है. वही ग्रामीणों ने बताया कि खासकर बरसात के दिनों में गंदे नाली के पानी में घुसकर ग्रामीणों को आना जाना पड़ता है.
ग्रामीणों ने कहा की वर्तमान मुखिया रघुनाथ मांझी भी इस गांव के विकास को लेकर कोई तत्परता नही दिखा रहे हैं. इस गांव में आधी आबादी के घरों तक नल जल का पानी भी नहीं पहुंच रहा है.सरकारी योजनाओं में मची लूट खसोट के कारण गांव के लोग वेवशी भरी जिंदगी जीने पर मजबूर है. बताते चलें कि बीते मुखिया चुनाव में इसी उपेक्षा से अजीज होकर ग्रामीणों ने पूर्व मुखिया के लिए चप्पल जूते का तोरण द्वार भी बना दिया था.